हैदराबाद के अंतिम निज़ाम मुकर्रम जाह शाह थे महंगी गाडि़यों के शौकीन, की थी 5 शादियां

हैदराबाद के आखिरी निजाम मुकर्रम जाह के बारे में कई कहानियां प्रचलित हैं. कहा जाता है कि उनके पास बेशुमार दौलत थी, लेकिन वह बहुत ही कंजूस थे. ये भी कहा जाता है कि निजाम का खजाना धीरे-धीरे खाली होता गया, जिसकी वजह थी अय्याशी.

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हैदराबाद के अंतिम निज़ाम मां राजकुमारी दुर्रू शेवर तुर्की के अंतिम सुल्तान की बेटी थी

नई दिल्‍ली. हैदराबाद के आठवें और आखिरी निजाम मुकर्रम जाह बहादुर का इंतकाल हो गया. चौदह जनवरी को तुर्की के इस्तांबुल में 89 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली. निजाम का पार्थिव शरीर भारत के हैदराबाद लाया जाएगा. उनको हैदराबाद में दफनाया जाएगा. मुकर्रम जाह के पार्थिव शरीर को चार्टर्ड विमान से पहुंचने के बाद सबसे पहले चौमहल्ला पैलेस ले जाया जाएगा। इसके बाद 18 जनवरी को सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक खिलवत पैलेस में रखा जाएगा, ताकि लोग अंतिम दर्शन कर सकें। निजाम की रईसी और अय्याशी के हम कई चर्चे सुनते रहे हैं. आइये आपको बताते हैं, हैदराबाद के अंतिम निज़ाम से जुड़ी की रोचक बातें...  

  • 6 अक्‍टूबर 1933 को फ्रांस में मुकर्रम जाह शाह का जन्‍म हुआ था. 14 जनवरी 2023 को तुर्की में उनका निधन हो गया.
  • मुकर्रम जाह शाह की मां राजकुमारी दुर्रू शेवर तुर्की के अंतिम सुल्तान (ओटोमन साम्राज्य) सुल्तान अब्दुल मजीद द्वितीय की बेटी थीं.  
  •  मुकर्रम जाह शाह को प्रिंस का दर्जा 1954 में उनके दादा व तत्कालीन हैदराबाद रियासत के सातवें निजाम मीर उस्मान अली खान ने दिया था. 1967 में वह हैदराबाद के आखिरी निजाम बने थे. 
  • भारत जब 1947 में आजाद हुआ, तब निजाम दुनिया के सबसे अमीर शख्‍स माने जाते थे. 1947 में मुकर्रम जाह शाह की कुल संपत्ति 17 लाख 47 हजार करोड़ आंकी गई थी.
  • 1947 में मुकर्रम जाह शाह की संपत्ति अमेरिकी जीडीपी के 2% के बराबर थी. इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि उनके पास कितना पैसा था. 
  • निजाम की अपनी करंसी और अपना टकसाल था. मुकर्रम जाह शाह के पास 100 मिलियन पाउंड का सोना और 400 मिलियन पाउंड के जवाहरात थे. 
  • निजाम के पास जैकब डायमंड था, जिसकी कीमत 50 मिलियन पाउंड के करीब थी. 
  • ऑस्‍ट्रेलिया में एक एस्‍टेट भी निजाम ने अपने रहने के लिए खरीदा था. महंगी गाडि़यों और कार चलाने के वह शौकीन थे. 
  • निजाम का खजाना धीरे-धीरे खाली होता गया, जिसकी वजह थी अय्याशी. मुकर्रम जाह शाह ने पांच शादियां की थीं, लेकिन कोई सफल नहीं रही. ऐसे उनके जीवन के अंतिम दिन मुफलिसी में गुजरे. 
  • मुकर्रम जाह ने पहली शादी 1959 में तुर्की की राजकुमारी इसरा से की थी. इनसे तलाक के वक्‍त निजाम की काफी संपत्ति पर इसरा का अधिकार हो गया था. 
  • मुकर्रम जाह शाह के पास वर्ष 1980 तक इतनी दौलत थी कि वह भारत के सबसे अमीर इंसान थे.  
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