प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को महाराष्ट्र के मंत्री प्रजक्त तानपुरे और अन्य की करीब 94 एकड़ जमीन महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (एमएससीबी) घोटाले के मामले में धनशोधन के संबंध में कुर्क की. तानपुरे महाराष्ट्र सरकार के शहरी विकास, ऊर्जा, जनजातीय विकास, उच्च और तकनीकी शिक्षा और आपदा प्रबंधन मामलों के मंत्री हैं. वह राहुरी विधानसभा सीट से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के विधायक हैं.
आरोप है कि सहकारी चीनी मिलों को बैंक के उस समय के अधिकारियों और निदेशकों ने अपने रिश्तेदारों और कुछ लोगों को औने-पौने दाम में बेच दिया. ईडी के मुताबिक राम गणेश गडकरी सहकारी सेखर कारखाना (एसएसके) की करीब 90 एकड़ की जमीन जो तक्षशिला सिक्युरिटीज प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर है और प्रजक्त तानपुरे की करीब 4.6 एकड़ की दो गैर कृषि भूमि जिसकी कीमत करीब 7.6 करोड़ रुपये है कुर्क की गई है.
ईडी ने यहां जारी बयान में बताया,‘‘एमएससीबी ने वर्ष 2007 में कम कीमत पर राम गणेश एसएसके को बिना तय प्रक्रिया को अपनाए नीलाम किया था. एसएके को प्रजक्त तानपुरे की कंपनी प्रसाद सुगर ऐंड एलायड एग्रो प्रोडक्ट लिमिटेड को 12.95 करोड़ रुपये में बेचा गया जबकि आरक्षित मूल्य 26.32 करोड़ रुपये रखा गया था.''
ईडी ने मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध द्वारा अगस्त 2019 में दर्ज मामले के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की. पुलिस ने यह प्राथमिकी बंबई उच्च न्यायालय के 22 अगस्त के आदेश के आधार पर दर्ज की जिसमें महाराष्ट्र के सहकारी क्षेत्रों की चीनी मिलों को बेचने में जालसाजी करने के आरोपों की जांच करने को कहा गया था.
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