मध्यप्रदेश में चिकित्सा महासंघ की हड़ताल खत्म हो गई है. महासंघ की मांगों को लेकर हाई पावर समिति बनाई जाएगी. सरकार के साथ बातचीत के बाद ये निर्णय लिया गया है. समिति चिकित्सकों की मांगों पर विचार कर सरकार को रिपोर्ट देगी. वहीं सरकार समिति द्वारा दिए गए सुझावों पर विचार कर समय सीमा के अंदर फैसले लेगी. चिकित्सा महासंघ के तीन प्रतिनिधि भी इस कमेटी में शामिल होंगे.
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि हाई पावर कमेटी डॉक्टरों की सभी मांगों पर विचार कर तय वक़्त में उसका हल निकालेगी.
इससे पहले सुबह से हड़ताल पर गए डॉक्टरों के चलते सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई थी. मरीज़ों को कई घंटों तक भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. राजधानी भोपाल समेत राज्य के तमाम सरकारी अस्पतालों में हड़ताल के चलते मरीज़ परेशान होते रहे. जल्द ही डॉक्टरों के काम पर लौटने पर हालात सामान्य होने की उम्मीद है.
राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर के तमाम सरकारी अस्पतालों में मरीजों का इलाज ठप था.
दरअसल डायनेमिक एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन स्कीम लागू करने, पुरानी पेंशन बहाली और अधिकारियों की दखलंदाजी बंद होने जैसी मांगों को लेकर डॉक्टर्स ने पूरे प्रदेश में हड़ताल कर दी थी. जिससे स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह लड़खड़ा गई. अस्पतालों के सभी 13 हजार सरकारी डॉक्टर्स अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए.