राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम मोदी के दंडवत प्रमाण पर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने शनिवार को कहा कि पीएम मोदी मुझसे ज्यादा विनम्र दिखना चाहते हैं इसलिए ऐसा कर रहे हैं. सीएम गहलोत ने कहा कि इस तरह प्रणाम करने के बजाय प्रधानमंत्री मोदी को देशवासियों को भाईचारे एवं मोहब्बत का संदेश देना चाहिए. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने कहा कि कांग्रेस आज भी देश में मजबूत विपक्ष देने की स्थिति में है. उन्होंने आगे कहा कि पीएम विनम्र रहें लेकिन देशवासियों को भाईचारे का, प्यार मोहब्बत का संदेश दें और यह कहें कि मैं देश में किसी भी कीमत पर हिंसा बर्दाश्त नहीं करूंगा. यह संदेश तो वह दे नहीं रहे, मेरी सलाह तो मान नहीं रहे. और तीन बार दंडवत करके क्या बताना चाहते हो. हमें पता है कि आप देश के प्रधानमंत्री हैं आपका मान सम्मान है. अगर कल वे यह अपील करते तो मैं उनको टेलीफोन कर बधाई देता कि प्रधानमंत्रीजी आपने बहुत अच्छा किया. लेकिन उन्होंने केवल दंडवत किया. दंडवत क्यों किया. सिर्फ यह बताने के लिए कि अशोक गहलोत हंबल है तो मैं भी हूं .
सीएम गहलोत ने आगे कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से भाजपा व उसके साथी हिल गए हैं और उनके पास इसकी आलोचना करने का कोई मुद्दा नहीं बचा है. यात्रा के कर्नाटक पहुंचने का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा में अगर दो सवा दो लाख लोग इकट्ठा हो रहे हैं तो उसे हम क्या कहेंगे पूरी भाजपा और इसके साथी लोग हिल गए हैं बेचैन हो रहे हैं इन्होंने यात्रा की शुरुआत में चार पांच दिन पहले तो राहुल गांधी पर हमला किया अब इनके पास कोई मुद्दा है ही नहीं, क्या तो हमला करें और क्या वह सोशल मीडिया पर डालें. उनकी हालत ऐसी हो रही है.
भाजपा के लोगों ने सोशल मीडिया का उपयोग करते हुए राहुल गांधी की छवि को नुकसान पहुंचाया था और अब सच्चाई सामने आ गई है. इसलिए राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से देश की तमाम वे शक्तियां बहुत खुश हैं जो चाहती थीं कि देश में तानाशाही का शासन नहीं हो, एक पार्टी का शासन नहीं हो और प्रतिपक्ष मजबूत हो.
बता दें कि पीएम मोदी ने बीते शुक्रवार देर रात आबू रोड आए थे. इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद जनता को माइक के बिना ही संबोधित किया और घुटनों के बल झुक कर तीन बार प्रणाम किया था. इस बारे में पूछे जाने पर सीएम गहलोत ने बीकानेर में संवाददाताओं से कहा कि उनको मालूम है कि अशोक गहलोत की छवि राजस्थान में बेहद विनम्र व्यक्ति की है... सरल, सरलता की है, जो बचपन से मेरी छवि रही है. तो मोदी जी इसका मुकाबला कैसे करेंगे...वे मुझसे अधिक हंबल (विनम्र) दिखना चाहते हैं.