प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. साथ ही मंत्रिपरिषद के कुछ सदस्यों ने भी शपथ ग्रहण किया. जनता दल के पूर्व अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह भी मोदी 3.0 सरकार में मंत्री पद के लिए शपथ ग्रहण किया. बिहार की कुल 40 लोकसभा सीट में से 30 सीट इसबार भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने जीती हैं. जिससें से 12 सीट जेडीयू के खाते में आई है.
कौन हैं ललन सिंह?
ललन सिंह का जन्म 24, जनवरी, 1955 को बिहार के पटना में हुआ था. ललन सिंह कॉलेज छात्र संघ के महासचिव थे और 1974 में जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व वाले आंदोलनों में इन्होंने हिस्सा लिया था.
31 जुलाई, 2021 से 29 दिसंबर 2023 तक जेडीयू के राष्ट्रीय पार्टी अध्यक्ष के तौर पर उन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं. इस बार जेडीयू की टिकट से ललन सिंह ने मुंगेर सीट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की. मुंगेर से मौजूदा सांसद एवं जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का मुकाबला राजद उम्मीदवार कुमारी अनीता से था.
बिहार के CM नीतीश कुमार के करीबी ललन सिंह चार बार के लोकसभा सदस्य हैं. एक बार राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए थे. ललन सिंह स्नातक करने के बाद समाजवादी आंदोलन से जुड़े. पहली बार वर्ष 2000 में राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए.
ललन सिंह बिहार की राजनीति में जेडीयू का भूमिहार चेहरा माने जाते हैं. चारा घोटाला मामले में लालू यादव के खिलाफ पटना हाईकोर्ट में याचिका दायर करने वालों में ललन सिंह का भी नाम शामिल था. बाद भी उन्होंने लालू यादव का जमकर विरोध किया था.
ललन सिंह का जन्म 24 जनवरी 1955 को पटना में एक भूमिहार परिवार में ज्वाला प्रसाद सिंह और कौशल्या देवी के यहां हुआ था. उन्होंने टी.एन.बी. से कला स्नातक (ऑनर्स) की डिग्री के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की. ललन सिंह कॉलेज छात्र संघ के महासचिव थे और 1974 में, उन्होंने जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व वाले आंदोलनों में भाग लिया था.
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