बंगाल की खाड़ी 'मोका' तूफान (Mocha Cyclone) तेज हो गया है. IMD ने अलर्ट जारी किया है. अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और आंध्र में भारी बारिश का अनुमान जताया है. वहीं ओडिशा के 18 जिलों में भी चक्रवाती तूफ़ान को लेकर चेतावनी जारी की गई है. दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिसके चक्रवात में बदलने और इस सप्ताह के अंत में बांग्लादेश-म्यांमा तटीय क्षेत्र की ओर बढ़ने के आसार हैं. आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने न्यूज एजेंसी भाषा से कहा कि यह चक्रवात शुरू में 11 मई तक उत्तर-उत्तर पश्चिम से पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर तथा उसके बाद फिर उत्तर-उत्तर पूर्व दिशा में बांग्लादेश-म्यांमा तटों की ओर बढ़ सकता है. उन्होंने कहा कि मौसम के प्रभाव के कारण अंडमान और निकोबार द्वीपसमूहों में मंगलवार को भारी बारिश के आसार हैं. मौसम विभाग ने कहा कि मछुआरों और जहाज तथा नौका संचालकों को सलाह दी जाती है कि वे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर के आसपास के क्षेत्रों में और दक्षिण-पूर्व और आसपास के मध्य बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर में न जाएं.
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ममता बनर्जी ने कहा कि 11 मई को चक्रवात मोचा बांग्लादेश-म्यामांर तट की ओर बढ़ेगा, हालांकि, राज्य के लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, हमने सचिवालय के साथ-साथ कई जिलों में नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को चक्रवात 'मोका' को लेकर लोगों को आश्वासन दिया कि आवश्यक एहतियाती कदम उठाए गए हैं और घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि चक्रवात के राज्य में आने का अनुमान नहीं है.
दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर सोमवार को कम दबाव का क्षेत्र बना जिसके चक्रवात में बदलने और इस सप्ताह के अंत में बांग्लादेश-म्यांमा तटीय क्षेत्र की ओर बढ़ने के आसार हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी. आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने इसकी पुष्टि की.
मौसम विभाग ने ओडिशा के 18 जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बंगाल की खाड़ी में संभावित चक्रवाती तूफान आने की मौसम विभाग की भविष्यवाणी के बाद हाईलेवल मीटिंग की और तैयारियों का जायजा लिया.
मोचा तूफान के रूट को लेकर आईएमडी ने नया अपडेट दिया है. पहले अनुमान लगाया गया था कि चक्रवात भारत के दक्षिण तटीय क्षेत्रों, ओडिशा और दक्षिण-पूर्व गंगीय पश्चिम बंगाल से होकर गुजरेगा. लेकिन अब चक्रवात के क्षेत्र को देखने के बाद पता चला कि यह बंगाल की खाड़ी से उठकर उत्तर-पूर्वोत्तर बांग्लादेश-म्यांमार तट की आरे मुड़ जाएगा.
भारत मौसम विभाग ने कहा कि मछुआरों और जहाज तथा नौका संचालकों को सलाह दी जाती है कि वे रविवार से दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर के आसपास के क्षेत्रों में और नौ मई से दक्षिण-पूर्व और आसपास के मध्य बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर में न जाएं.
ओडिशा के 18 जिलों में भी चक्रवाती तूफ़ान को लेकर चेतावनी जारी की गई है.
नौ मई के आसपास बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में कम दबाव का क्षेत्र बनने और इसके चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है.
मौसम कार्यालय ने कहा, ''जो लोग बंगाल की मध्य खाड़ी में हैं, उन्हें नौ मई से पहले सुरक्षित स्थानों पर लौटने की सलाह दी जाती है.''
मौसम कार्यालय ने मछुआरों को बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में रविवार से 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की चेतावनी दी है.