बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने देशभर में अग्निपथ योजना के खिलाफ जारी विरोध के बीच शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पीसी की. पीसी के दौरान उन्होंने केंद्र की नई योजना की जमकर निंदा की. उन्होंने केंद्र से योजना के संबंध में युवाओं को केंद्रित करते हुए 20 सवाल किए और उनका जवाब देने की अपील की. इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी नेताओं को बॉर्डर पर जाने की चेतावनी दी. पीसी को संबोधित करते हुए उन्होंने सवाल किया कि क्या यह शिक्षित युवाओं के लिए मनरेगा जैसी योजना है या फिर इसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का कोई ''गुप्त एजेंडा'' है.
सरकार को दूर करनी चाहिए शंकाएं
पीसी के दौरान उन्होंने युवाओं से योजना के विरुद्ध शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अपील की. उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पूरे मुद्दे पर चुप क्यों हैं. तेजस्वी ने यह भी कहा कि सरकार 'वन रैंक, वन पेंशन' की बात करती है, लेकिन ऐसी योजना लेकर आई है, जिसमें ''न रैंक, न पेंशन'' है. उन्होंने सरकार से 20 सवाल पूछे और कहा कि लोगों के मन में कई शंकाएं हैं, जिन्हें सरकार को दूर करना चाहिए.
विपक्ष को दोषी ठहराया जा रहा
यादव ने पूछा कि अग्निपथ योजना सेना में भर्ती होने वाले अधिकारियों के लिए क्यों नहीं हैं? उन्होंने कहा, ''देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और जो सैनिक बनना चाहते हैं, वे आक्रोशित हैं." उन्होंने इस योजना को वापस लेने की मांग की. पीसी के दौरान तेजस्वी ने आगजनी और हिंसा के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को जिम्मेदार ठहराने संबंधी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दावों को खारिज किया और कहा कि इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है, लेकिन विपक्ष को दोषी ठहराया जा रहा है.
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