पूर्वोत्तर के दो राज्यों (असम और मिजोरम) के बीच जारी सीमा विवाद के बीच मिजोरम पुलिस (Mizoram Police) ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. इस मामले में हिमंत बिस्वा सरमा प्रशासन के छह शीर्ष अधिकारियों के अलावा करीब 200 अज्ञात पुलिस कर्मियों को भी नामजद किया गया है.
जिन पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, उनमें एक महानिरीक्षक (IG), एक उप महानिरीक्षक (DIG) और एक पुलिस अधीक्षक (SP) शामिल हैं. इनके अलावा कछार जिला उपायुक्त को भी नामजद किया गया है. मामला मिजोरम के कोलासिब जिले के वैरेंगटे पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है, जो असम के कछार की सीमा से सटा है.
इससे पहले दिन में, असम पुलिस ने कुछ सांसदों सहित मिजोरम के कई प्रमुख चेहरों को समन जारी किया था. पुलिस ने समन जारी करने के लिए नई दिल्ली में सांसदों के आवास पर भी पहुंची थी.
दोनों राज्यों में दशकों से सीमा को लेकर मतभेद रहे हैं, लेकिन इस हफ्ते भड़के विवाद ने नया रूप ले लिया है. सोमवार को इन दोनों जिलों के बीच सीमावर्ती इलाके में हिंसा भड़क गई, जिसमें असम के छह पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है.
हालांकि, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से की गई अपील के बाद अब हिंसा प्रभावित इलाकों में एक असहज शांति बनी हुई है. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने इन क्षेत्रों में अपनी तैनाती बढ़ा दी है, जिसमें असम और मिजोरम के पुलिस बलों के बीच केंद्रीय बलों की पांच कंपनियां (कुल 500 सैनिक) खड़ी हैं.
इस घटना पर असम सीएम ने कहा कि उन्हें खुशी होगी, जब वह किी जांच में शामिल होंगे. उन्होंने मिजोरम सीएम को टैग करते हुए ट्वीट किया, "किसी भी जांच में शामिल होने में बहुत खुशी होगी। लेकिन मामला एक तटस्थ एजेंसी को क्यों नहीं सौंपा जा रहा है, खासकर जब घटना की जगह असम के संवैधानिक क्षेत्र के भीतर है? इसे पहले ही बता चुके हैं @ZoramthangaCM जी"