मिल्कीपुर सीट जीतने के लिए बीजेपी ने बनाया यह प्लान, समाजवादी पार्टी की क्या है तैयारी

उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं. वहां बीजेपी और समाजवादी पार्टी भी सक्रिय रूप से लगी हुई हैं. इस उपचुनाव को जीतने के लिए बीजेपी ने मिल्कीपुर में यूपी सरकार के छह मंत्रियों की ड्यूटी लगाई है.

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नई दिल्ली:

नया साल शुरू होते ही उत्तर प्रदेश में उपचुनाव की आहट मिलने लगी है. यह चुनाव होना है अयोध्या के पास स्थित मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर. उपचुनाव की तैयारियों के तहत बीजेपी ने मिल्कीपुर में प्रदेश सरकार के छह मंत्रियों की तैनाती की है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद इस उपचुनाव की तैयारियों पर नजर रख रहे हैं. वो पिछले 15 दिनों में तीन बार अयोध्या का दौरा कर चुके हैं. उन्होंने शनिवार को मिल्कीपुर में उपचुनाव की तैयारियों की समीक्षा भी की थी. इस हफ्ते भी वो दो दिन अयोध्या में रहेंगे. उनका मिल्कीपुर में एक जनसभा को भी संबोधित करने का कार्यक्रम है. मिल्कीपुर जीतने की तैयारियों में बीजेपी के साथ-साथ समाजवादी पार्टी भी लगी हुई है.  आइए जानते हैं कि इस उपचुनाव के लिए क्या है इन दोनों दलों की तैयारी.

मिल्कीपुर में बीजेपी की तैयारियां

उत्तर प्रदेश विधानसभा की 10 सीटों पर उपचुनाव होना था. लेकिन चुनाव आयोग ने पिछले साल नवंबर में प्रदेश की केवल नौ सीटों पर ही उपचुनाव कराया था. एक सीट जिस पर उपचुनाव नहीं कराया गया था, वह थी मिल्कीपुर सीट. आयोग ने इसका कारण बताते हुए कहा था कि मिल्कीपुर सीट पर हुए चुनाव के परिणाम को चुनौती देने वाली एक याचिका हाई कोर्ट में लंबित है, इस वजह से इस सीट पर उपचुनाव नहीं कराया जा रहा है. अब उम्मीद की जा रही है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के साथ ही इस सीट पर उपचुनाव के तारीखों का ऐलान हो जाए. इसे देखते हुए राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं.

सीएम योगी आदित्यनाथ पिछले 15 दिनों में तीन बार मिल्कीपुर का दौरा कर चुके हैं.

उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी मिल्कीपुर सीट को जीतने के लिए काफी गंभीर है. बीजेपी हर हाल में यह सीट जीतना चाहती है. इसके लिए बीजेपी में योगी आदित्यनाथ कैबिनेट के पांच मंत्रियों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है. जिन मंत्रियों को मिल्लीपुर की कमान सौंपी गई है, उनमें स्वतंत्रदेव सिंह, जेपीएस राठौर, डॉक्टर दयाशंकर मिश्र दयालु, राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह और सतीश शर्मा के नाम शामिल हैं. कैबिनेट मंत्री सूर्यप्रताप शाही अयोध्या जिले के प्रभारी मंत्री हैं. इस वजह से वो पहले से ही इस सीट पर नजर रखे हुए हैं. इस तरह प्रदेश सरकार के छह मंत्री मिल्कीपुर जीतने की योजना पर काम कर रहे हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ मिल्कीपुर अयोध्या का दौरा करते रहते हैं.सीएम योगी पिछले 15 दिनों में तीन बार मिल्कीपुर और अयोध्या का दौरा कर चुके हैं. इस हफ्ते दो दिन उनका मिल्कीपुर और अयोध्या का दौरा करने का कार्यक्रम है. आठ जनवरी को मिल्कीपुर में बीजेपी की एक जनसभा को संबोधित करेंगे. वो 11 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव में शामिल होंगे.

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बीजेपी कैसे जीतेगी मिल्कीपुर

बीजेपी मिल्कीपुर के लिए कितनी गंभीर है, इसे इस बात से समझा जा सकता है कि नवंबर में नौ सीटों पर हुए उपचुनाव में हर सीट पर तीन-तीन मंत्रियों को उतारा था.वहीं मिल्कीपुर के लिए बीजेपी ने पांच मंत्रियों को उतार दिया है. सीएम योगी स्वयं इस सीट की समीक्षा कर रह हैं. पिछले शुक्रवार को उन्होंने मिल्कीपुर में चुनाव तैयारियों की समीक्षा की थी. इस दौरान उन्होंने  कहा था कि भगवान राम विकास के प्रतीक हैं. बीजेपी इसी तर्ज पर 'सबका साथ-सबका विकास' के पथ पर चलते हुए सबका विश्वास प्राप्त कर रही है. उन्होंने कहा था कि चुनाव में अधिक मत हासिल करने के लिए मंडल, शक्ति केंद्र और बूथ इकाइयों में मुकाबला होना चाहिए.सबसे अधिक प्राप्त करने वाले मंडल, शक्ति केंद्र और बूथ इकाइयों को सम्मानित किया जाएगा.इस बैठक में वो मंत्री भी शामिल हुए जिन्हें जीत की जिम्मेदारी दी गई है. इन मंत्रियों को जीत का मंत्री देते हुए सीएम योगी ने कहा कि बूथवार टोली बनाकर जनता से सीधा संवाद और जनसंपर्क करने और लोगों को सरकार की नीतियां बताने के निर्देश दिए हैं.

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मिल्कीपुर में क्या है समाजवादी पार्टी की तैयारी

इस उपचुनाव के लिए केवल बीजेपी ही सक्रिय नहीं है, समाजवादी पार्टी भी अपने इस गढ़ को बचाए रखने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. सपा की कोशिश है कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थान इस चुनाव को कवर करने के लिए आएं, ताकि दुनिया को पता चल सके कि मिल्कीपुर का उपचुनाव कैसे हो रहा है.दरअसल नवंबर में हुए उपचुनाव में सपा ने बीजेपी पर चुनाव में पुलिस और प्रशासन की मदद से धांधली का आरोप लगाया था.इसी को देखते हुए सपा चाहती है कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थान अधिक से अधिक संख्या में इस चुनाव का कवरेज करें.मिल्कीपुर जीतने के लिए सपा ने अपना जनसंपर्क अभियान तेज कर दिया है.सपा ने बूथ स्तर पर संपर्क का दायरा बढ़ाने के लिए टीमों की तैनाती की है.सीएम योगी आदित्यनाथ के अयोध्या और मिल्कीपुर दौरों को देखते हुए सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा था कि सीएम योगी जितनी बार भी चाहें मिल्कीपुर का दौरा कर लें, लेकिन जीत सपा की ही होगी.  

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मिल्कीपुर में क्यों कराया जाएगा उपचुनाव

साल 2022 के विधानसभा चुनाव में मिल्कीपुर में सपा के अवधेश प्रसाद ने बीजेपी के गोरखनाथ को 12 हजार 923 वोटों से हराया था.फैजाबाद जिले में आने वाली मिल्कीपुर सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. साल 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा ने अवधेश प्रसाद को फैजाबाद सीट से टिकट दिया था. इस चुनाव में अवधेश प्रसाद ने बीजेपी के लल्लू सिंह को 55 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराया था.लोकसभा चुनाव में मिल्कीपुर सीट पर बीजेपी के लल्लू सिंह सपा के अवधेश प्रसाद से सात हजार 733 वोटों से पीछे रह गए थे. अयोध्या भी इसी फैजाबाद सीट के तहत आती है. इस वजह से फैजाबाद में बीजेपी को मिली इस करारी हार की चर्चा देश और दुनिया में हुई थी.अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर राम मंदिर निर्माण के बाद भी सपा के हाथों मिली हार ने बीजेपी को परेशान कर दिया.सांसद चुने जाने के बाद अवधेश प्रसाद ने मिल्कीपुर के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था. इस वजह से मिल्कीपुर में उपचुनाव कराया जाएगा. 

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