पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा (Former Union Minister Milind Deora) रविवार की सुबह कांग्रेस छोड़ने के बाद रविवार की दोपहर एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में शिवसेना में शामिल हो गए. दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट से पूर्व सांसद देवड़ा को पार्टी में शामिल करवाने के लिए दोपहर में मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास वर्षा में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. इससे पहले, देवड़ा ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कांग्रेस से अपने इस्तीफे की घोषणा की थी.
सीएम एकनाथ शिंदे ने क्या कहा?
मिलिंद देवड़ा को पार्टी में शामिल करवाने के बाद सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि सबसे पहले मैं मिलिंद देवड़ा का शिवसेना में मनपूर्वक स्वागत करता हूं. साथ में उनकी पत्नी भी आई हैं उनका भी स्वागत करता हूं. आपके मन में जो आज भाव है डेढ़ साल पहले मेरे मन में भी यही भाव था. लेकिन निर्णय लेने के हिम्मत तो जुटानी पड़ती है. मैने भी सबसे पहले अपनी पत्नी को भरोसे में लिया था. आखिर किसी से तो अपने मन की बात व्यक्त करनी होती है.
पिछले 2 लोकसभा चुनावों में मिलिंद देवड़ा को मिली थी हार
कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद मिलिंद देवड़ा ने कहा था कि मेरी राजनीतिक यात्रा का एक महत्वपूर्ण अध्याय आज समाप्त हो गया. मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है, जिससे पार्टी के साथ मेरे परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता खत्म हो गया है. मैं वर्षों से उनके अटूट समर्थन के लिए सभी नेताओं, सहकर्मियों और कार्यकर्ताओं का आभारी हूं. समझा जाता है कि शिवसेना(यूबीटी) के दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट पर दावा करने के बाद पिछले कुछ दिनों से देवड़ा असहज थे. उन्होंने इस सीट का पूर्व में प्रतिनिधित्व किया है. हालांकि, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में इस सीट पर शिवसेना के अरविंद सावंत से उन्हें शिकस्त मिली थी. सावंत ठाकरे गुट में हैं. ठाकरे की पार्टी, विपक्षी महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की साझेदार है.
'हेडलाइन मैनेजमेंट' के लिए देवड़ा को इस्तीफा दिलवाया गया
कांग्रेस ने रविवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरू होने से पहले 'हेडलाइन मैनेजमेंट' के मकसद से मिलिंद देवड़ा का इस्तीफा आज के लिए तय किया, लेकिन इसका कोई असर नहीं होगा. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा कि एक मिलिंद जाता है तो 'लाखों मिलिंद' हैं जो कांग्रेस के संगठन और विचारधारा में विश्वास करते हैं. उन्होंने दावा किया कि गत शुक्रवार को ही उनकी देवड़ा के साथ फोन पर बात हुई थी और वह राहुल गांधी से मिलना चाहते थे क्योंकि वह अपनी पूर्व की लोकसभा सीट (दक्षिण मुंबई) को लेकर चिंतित थे.
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