मौसम विभाग ने की भीषण गर्मी से राहत की भविष्यवाणी, उत्तर-पश्चिम भारत में तीन दिन में बारिश की संभावना

देश के उत्तर-पश्चिम के हिस्सों में अगले तीन दिन में भीषण गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की संभावना

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
प्रतीकात्मक फोटो.
नई दिल्ली:

मौसम विभाग ने भीषण गर्मी और लू से झुलस रहे देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्से के लोगों को जल्द ही कुछ राहत मिलने की उम्मीद जताई है. अगले तीन दिनों में मौसम में बदलाव आने की संभावना जताई गई है. एक अतिरिक्त उष्णकटिबंधीय मौसम प्रणाली (Tropical Weather System) से देश के उत्तरी-पश्चिमी क्षेत्र में बारिश होने की संभावना है. सोमवार को तेज बारिश होने का अनुमान है. मौसम कार्यालय ने कहा कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, जबकि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में अगले दो दिन में छिटपुट बारिश हो सकती है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) ने अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट का अनुमान जताया है. हालांकि उसके बाद कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा. विभाग ने कहा कि अगले तीन दिनों के दौरान जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि होने की संभावना है.

उत्तर भारत में भारी गर्मी पड़ रही है और दूसरी तरफ केरल व तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा हुई. इडुक्की में, तोडुपुझा में 13 सेंटीमीटर, कोझीकोड में 9 सेमी, एर्णाकुलम में 8 सेमी, कोयंबटूर के वालपराई में 8 सेमी वर्षा हुई.

असम में बारिश के कारण बाढ़ आई है. भारतीय वायुसेना ने असम में राहत और बचाव कार्यों में सहायता के लिए हेलीकॉप्टर और परिवहन विमान तैनात किए हैं. असम में भारी बारिश के कारण 35 में से 29 जिले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. असम के धुबरी में शनिवार को 10 सेंटीमीटर बारिश हुई. मौसम कार्यालय ने अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पूर्व के अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में व्यापक रूप से हल्की या मध्यम वर्षा की भविष्यवाणी की है.

मौसम कार्यालय ने कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के अगले सप्ताह की शुरुआत में केरल पहुंचने की उम्मीद है. मौसम विज्ञानियों ने कहा कि निचले क्षोभमंडल स्तरों में बंगाल की खाड़ी से अंडमान सागर तक एक मजबूत क्रॉस-इक्वेटोरियल प्रवाह के प्रभाव के तहत, अगले पांच दिनों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में व्यापक गरज चमक के साथ वर्षा होने और तेज हवाएं चलने की उम्मीद है.

यह भी पढ़ें - 

छह वर्षों के सबसे भीषण बिजली संकट का सामना कर रहा भारत, 10 खास बातें..

Featured Video Of The Day
Bachpan Manao: बच्चों के लिए लोरियां क्यों है इतनी महत्वपूर्ण? | Lullabies | Rj Kisna
Topics mentioned in this article