अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स के अपनी एक रिपोर्ट में पेगासस (Pegasus) जासूसी पर किए दावे के बाद केंद्र सरकार पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों ने हमला किया. उसी बीच रविवार को बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने पेगासस मामले में बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश और जनता के प्रति जवाबदेह और जिम्मेदार होकर विश्वसनीय जवाब देने के बजाय केंद्र की चुप्पी और भी नए सवाल खड़े करती है. इस मसले पर ट्वीट करते हुए मायावती ने कहा - 'पेगासस जासूसी कांड का भूत केंद्र सरकार और बीजेपी की नींद लगातार उड़ाए हुए है. इस अति-गंभीर मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं, फिर भी देश और जनता के प्रति जवाबदेह और जिम्मेदार होकर विश्वसनीय जवाब देने के बजाय केंद्र की चुप्पी और भी नए सवाल खड़े करती है. सरकार खुलासा करें.'
मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट्स में कहा - 'साथ ही, पेगासस के नए तथ्यों पर पूर्व सेना प्रमुख और केंद्रीय मंत्री की 'सुपारी मीडिया' जैसी टिप्पणी अति-अशोभनीय है, जो सरकार की संकीर्ण सोच को प्रमाणित करती है. पेगासस मामले में भारत का नाम मेक्सिको, पोलैंड, हंगरी आदि देशों के शासकों की श्रेणी में आना भी कम चिंता की बात नहीं है.'
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उल्लेखनीय है कि अमेरिकी समाचार पत्र न्यूयार्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत ने 2017 में इजराइल के साथ दो अरब डॉलर के रक्षा सौदे के हिस्से के रूप में पेगासस स्पाइवेयर खरीदा था, जिसके बाद शनिवार को एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया और विपक्ष ने सरकार पर अवैध जासूसी में शामिल रहने का आरोप लगाया और इसे ‘देशद्रोह' करार दिया है.
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याद रहे पिछले साल कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया समूहों के एक संगठन ने दावा किया था कि कई भारतीय नेताओं, मंत्रियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, कारोबारियों और पत्रकारों के खिलाफ पेगासस का कथित तौर पर इस्तेमाल किया गया है.
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