- PM मोदी ने शहीद भगत सिंह और लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी
- भारतीय नौसेना की लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना और रूपा ने पतवार चालित सेलबोट से 238 दिनों में विश्व परिक्रमा पूरी की
- पीएम ने छठ पूजा को वैश्विक उत्सव बताते हुए इसे यूनेस्को की सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल कराने की बात कही
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात' की 126वीं कड़ी में देशवासियों से संवाद करते हुए कार्यक्रम के 125 एपिसोड पूरे होने पर संतोष जताया. संबोधन की शुरुआत शहीद भगत सिंह और गायिका लता मंगेशकर की जयंती पर श्रद्धांजलि से हुई. पीएम ने भगत सिंह को युवाओं की प्रेरणा बताते हुए उनके साहस का उल्लेख किया और कहा कि वे फांसी के बजाय गोली से मौत की मांग कर अंग्रेजों को युद्धबंदी जैसा व्यवहार करने की चुनौती दे गए थे. लता मंगेशकर को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने उनके देशभक्ति गीतों, वीर सावरकर से उनके लगाव और व्यक्तिगत स्नेह का जिक्र किया. उन्होंने ‘ज्योति कलश छलके' पसंदीदा गीत का स्मरण कराया.
नवरात्रि के संदर्भ में पीएम ने नारी शक्ति का विशेष उल्लेख किया और भारतीय नौसेना की लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना और रूपा से बातचीत प्रसारित की. दोनों अधिकारियों ने 2 अक्टूबर 2024 को गोवा से रवाना होकर 29 मई 2025 को लौटते हुए पतवार चालित सेलबोट से लगभग 47,500 किमी की विश्व परिक्रमा पूरी की. 238 दिनों की एकांत समुद्री यात्रा में उन्होंने तीन तूफानों, अत्यधिक ठंड व गर्मी और लंबी अवधि की तैनाती का सामना किया. दल ने पॉइंट नीमो पर तिरंगा फहराने को सबसे यादगार क्षण बताया. अधिकारियों ने प्रशिक्षण, टीमवर्क और आत्मविश्वास को सफलता की कुंजी कहा.
त्योहारों की श्रृंखला का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने छठ पूजा को वैश्विक उत्सव बताते हुए कहा कि भारत सरकार छठ को UNESCO की Intangible Cultural Heritage सूची में शामिल कराने का प्रयास कर रही है. उन्होंने याद दिलाया कि कोलकाता की दुर्गा पूजा पहले ही इस सूची में शामिल है.
2 अक्टूबर गांधी जयंती पर नागरिकों से खादी उत्पाद खरीदने और सोशल मीडिया पर #VocalForLocal के साथ साझा करने की अपील की. हैंडलूम-हैंडिक्राफ्ट के क्षेत्र में नवाचार के उदाहरण देते हुए तमिलनाडु के Yaazh Naturals की पर्यावरणमित्र पहल, झारखंड के आशीष सत्यव्रत साहू के Johargram ब्रांड और बिहार मधुबनी की स्वीटी कुमारी की महिलाओं को मिथिला पेंटिंग से जोड़ने वाली पहल का उल्लेख किया.
विजयादशमी पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने पर प्रधानमंत्री ने डॉ. हेडगेवार और गुरुजी गोलवलकर के वाक्य “राष्ट्राय स्वाहा, इदं राष्ट्राय, इदं न मम.” का हवाला देते हुए स्वयंसेवकों की सेवा भावना की सराहना की. उन्होंने महर्षि वाल्मीकि जयंती से पहले अयोध्या में रामलला के साथ निर्मित वाल्मीकि और निषादराज मंदिरों के दर्शन का आग्रह किया.
सांस्कृतिक कड़ियों की चर्चा में प्रधानमंत्री ने पेरिस के एक सांस्कृतिक संस्थान के 50 वर्ष पूर्ण होने पर बधाई दी. भूपेन हजारिका के लोकप्रिय गीत ‘मनुहे-मनुहार बाबे' के सिंहली और तमिल अनुवाद के श्रीलंका में हुए प्रयास का ऑडियो क्लिप साझा कर सांस्कृतिक सेतु को सराहा. असम के गायक जुबीन गर्ग के निधन और चिंतक एस. एल. भैरप्पा के दिवंगत होने पर श्रद्धांजलि दी.अंत में त्योहारों के मौसम में ‘GST बचत उत्सव' का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने स्वदेशी उत्पादों की खरीद, स्थानीय कारीगरों के सम्मान और स्वच्छता के सामूहिक संकल्प की अपील की. उन्होंने आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य के लिए ‘वोकल फॉर लोकल' को खरीदारी का मंत्र बनाने पर जोर दिया.