केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किए जाने के बाद अरविंद केजरीवाल नीत दिल्ली सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं क्योंकि सिसोदिया के पास शिक्षा, वित्त और गृह सहित कुल 18 विभाग हैं. सिसोदिया की गिरफ्तारी से पहले पिछले साल जून में दिल्ली के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया गया था. उनकी अनुपस्थिति के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पास दिल्ली में अपने शासन के एजेंडे को लागू करने के लिए कोई कद्दावर चेहरा नहीं है. केजरीवाल के लिए तत्काल चुनौती दिल्ली सरकार का बजट निर्धारित तरीके से पेश करने और सिसोदिया के बदले किसी नए नेता को खोजने की है.
आम आदमी पार्टी (आप) सूत्रों ने बताया कि राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत अगले वित्त वर्ष के लिए दिल्ली सरकार का बजट पेश कर सकते हैं. आप के एक पदाधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ऐसी संभावना थी कि सीबीआई उपमुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर सकती है, गहलोत पिछले कुछ दिनों से बजट से जुड़ी बैठकों में भाग ले रहे थे. गहलोत के 2023-24 का बजट पेश करने की संभावना है. इसे अगले महीने पेश किया जाना है.'' दिल्ली सरकार की वेबसाइट के मुताबिक कुल 33 विभाग हैं जिनमें से स्वास्थ्य, शिक्षा, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), सेवा, वित्त, बिजली, गृह और शहरी विकास सहित 18 विभाग सिसोदिया के पास है.
सिसोदिया अन्य विभागों के प्रभारी भी हैं जो विशेष रूप से किसी मंत्री को आवंटित नहीं किए गए हैं. केजरीवाल के अलावा, दिल्ली सरकार में छह कैबिनेट मंत्री हैं जिनमें जेल में बंद सत्येंद्र जैन भी शामिल हैं. जैन अब भी बिना किसी विभाग के मंत्री हैं. जैन को प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले साल धनशोधन के एक मामले में गिरफ्तार किया था. सीबीआई ने 2021-22 की आबकारी नीति लागू करने में कथित भ्रष्टाचार को लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को करीब आठ घंटे की पूछताछ के बाद रविवार शाम गिरफ्तार कर लिया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. सिसोदिया को 2021-22 के लिए आबकारी नीति के विभिन्न पहलुओं पर लगभग आठ घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया था.
जांच एजेंसी का कहना है कि आबकारी नीति तैयार करने और कार्यान्वयन दोनों में अनियमितताएं थीं और उसका मकसद आप से जुड़े लोगों को कथित तौर पर लाभ पहुंचाना था. सिसोदिया की गिरफ्तारी पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उपमुख्यमंत्री निर्दोष हैं और उनकी गिरफ्तारी 'गंदी राजनीति' है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मनीष बेकसूर हैं. उनकी गिरफ़्तारी गंदी राजनीति है. मनीष की गिरफ़्तारी से लोगों में बहुत रोष है. लोग सब देख रहे हैं. लोगों को सब समझ आ रहा है. लोग इसका जवाब देंगे. इस से हमारे हौसले और बढ़ेंगे. हमारा संघर्ष और मज़बूत होगा.''