मणिपुर में हिंसा और महिलाओं से बदसलूकी मामले में SC में सोमवार को होगी सुनवाई

केंद्र ने बृहस्पतिवार को सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि उसने हिंसाग्रस्त मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र किए जाने संबंधी घटना की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी है और कहा कि सरकार का रुख ‘‘महिलाओं के खिलाफ किसी भी अपराध को बिल्कुल बर्दाश्त न करने का’’ है.

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मणिपुर के वायरल वीडियो केस में अभी तक 7 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका
नई दिल्‍ली:

मणिपुर में हिंसा और महिलाओं से बदसलूकी मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई नहीं होगी. बताया जा रहा है कि सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ आज उपलब्‍ध नहीं हैं. अब इस मामले की सुनवाई सोमवार को होगी. इससे पहले गृह मंत्रालय ने बृहस्‍पतिवार को सुप्रीम कोर्ट में हलफ़नामा दायर कर बताया कि मणिपुर वायरल वीडियो केस की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है. वीडियो बनाने वाला शख़्स गिरफ़्तार कर लिया गया है, जिस मोबाइल से वीडियो बनाया गया था, उसे भी बरामद कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि इस मामले का ट्रायल मणिपुर से बाहर होगा. 

इधर केंद्र सरकार के मुताबिक, मणिपुर में हिंसा की घटनाओं में कमी आई है. 18 जुलाई के बाद से किसी की मौत नहीं हुई है. गृह मंत्रालय मैतेई और कुकी संगठनों के संपर्क में है. हालात सामान्य करने के लिए लगातार बातचीत की जा रही है. केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफ़नामा दाखिल कर ये सारी जानकारी दी है. 

सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से निवेदन किया है कि ट्रायल की प्रक्रिया को 6 महीने में ख़त्म करने का निर्देश दिया जाए. आपको बता दें पिछले गुरुवार को देश की सर्वोच्च अदालत ने मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई हैवानियत का वीडियो सामने आने के बाद इस मामले पर खुद से संज्ञान लिया था और केंद और मणिपुर सरकार से कहा था या तो आप कार्रवाई करें, नहीं तो हम करेंगे. 

आपको बता दें मणिपुर के वायरल वीडियो केस में अभी तक 7 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है. मणिपुर के कांगपोकपी जिले में चार मई को दो महिलाओं को भीड़ द्वारा निर्वस्त्र कर उन्हें घुमाए जाने की घटना का पता 19 जुलाई को सामने आए एक वीडियो के जरिए चला था.

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