पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने सोमवार को मुर्शिदाबाद जिले में एक जनसभा के दौरान बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने मोदी सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों और प्रमुख योजनाओं के लिए सरकारी धन के कथित दुरूपयोग के आरोप लगाए. ममता ने बंगाल कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी के गृह जिले में अपने तीखे भाषण में सीपीएम और कांग्रेस को भी नहीं बख्शा.
ममता बनर्जी ने केंद्रीय एजेंसियों का विपक्ष के खिलाफ दुरुपयोग करने का दावा करते हुए अपनी पार्टी टीएमसी का बचाव किया. उन्होंने कहा, 'हमारे जंगीपुर विधायक जाकिर हुसैन एक व्यापारी हैं. अगर किसी ने कुछ गलत किया है, तो उन्हें उसके अनुसार दंडित किया जाएगा. लेकिन चूंकि वह तृणमूल नेता हैं, इसलिए उन पर हमला किया जा रहा है.' जाकिर हुसैन कुछ दिन पहले आयकर विभाग की जांच का सामना कर रहे थे.
पहले बीजेपी नेताओं की जांच कराएं केंद्र
टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा, 'दूसरों पर छापा मारने के लिए एजेंसियों को भेजने से पहले, बीजेपी को खुद को देखना चाहिए. क्योंकि चैरिटी घर से शुरू होती है. सरकार पहले ईडी, सीबीआई और आईटी विभाग से अपने बीजेपी नेताओं की जांच करने के लिए कहें."
बीजेपी-कांग्रेस और सीपीएम एक जैसे
उन्होंने यह भी दावा किया कि वैचारिक विरोधी कांग्रेस, बीजेपी और सीपीआई (एम) गुप्त रूप से गठबंधन कर रहे हैं. ममता बनर्जी ने कहा, "'राम-बाम-श्याम' ने बंगाल को पीड़ा देने के लिए हाथ मिलाया है. वे मुझ पर हमला करने की कोशिश कर रहे हैं. वे हमारे राज्य की महिलाओं पर अत्याचार कर रहे हैं. वे हमारे किसानों, हमारे कारीगरों, हमारे श्रमिकों और हमारे छात्रों पर अत्याचार कर रहे हैं. क्या आपको शर्म नहीं आती?"
ममता ने बीजेपी के साथ-साथ पश्चिम बंगाल में अन्य दो विपक्षी दलों सीपीएम और कांग्रेस को आड़े हाथ लिया है. उन्होंने पार्टियों के लिए 'बाम और श्याम' का इस्तेमाल किया. मुर्शिदाबाद में एक बड़ी अल्पसंख्यक आबादी है और यह कांग्रेस के प्रभाव के अंतिम शेष क्षेत्रों में से एक है. यह एक ऐसा क्षेत्र है, जहां कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच मुकाबला देखा गया है.
गरीबों का पैसा छीनने की कोशिश कर रहा केंद्र
उन्होंने केंद्र सरकार पर 100 दिन की नौकरी की गारंटी योजना और पीएम आवास योजना जैसी प्रमुख योजनाओं के लिए धन रोके रखने का भी आरोप लगाया. बंगाल की सीएम ने कहा, "अगर किसी को लगता है कि हमारे ऊपर जो राशि बकाया है, वह बीजेपी का निजी फंड है, तो वह गलत है. मैं यह स्पष्ट कर दूं, अगर केंद्र को लगता है कि वह गरीबों का पैसा छीन सकता है और विपक्ष पर हमला कर सकता है, तो वे ऐसा करने में सफल नहीं होंगे. हम इस तरह के अलोकतांत्रिक व्यवहार की अनुमति नहीं देंगे."
ममता बनर्जी ने आगे कहा, "मैं यहां कोई राजनीतिक टिप्पणी नहीं कर रही हूं. मैं केवल उस राशि की मांग कर रही हूं, जो हमारे कार्यकर्ताओं के लिए 100 दिनों की कार्य योजना के तहत लायक है. उन्हें उनका बकाया कब मिलेगा? भाजपा और माकपा दोनों को जवाब देना होगा."
'बांग्लार बाड़ी' के लिए फंड रोक रही बीजेपी
उन्होंने कहा, "जिन लोगों ने 100 दिनों की कार्य योजना के लिए धन को रोक दिया है, वे सोचते हैं कि वे 'बांग्लार बाड़ी' के लिए धन जारी नहीं करेंगे. हमने PMAY सूची से 17 लाख नाम हटा दिए हैं जो अवैध तरीकों से जोड़े गए थे. भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी पीएमएवाई लाभार्थी सूची में अपने नेताओं के नाम जोड़े. हमारे पास इस गबन को साबित करने के लिए दस्तावेज हैं." बीजेपी पर निशाना साधते हुए ममता बनर्जी ने आगे कहा, 'क्या बीजेपी अपनी ताकत दिखाने की कोशिश कर रही है? मैं आपको बता दूं कि यह ताकत हमेशा नहीं रहेगी. सत्ता गंवाने के बाद आप 'बिग जीरो' बन जाएंगे.'
'बुलडोजर' पॉलिटिक्स की समर्थक नहीं
उन्होंने 'बुलडोजर' को लेकर भी भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा. ममता बनर्जी ने कहा, "मैं बुलडोजर के पक्ष में नहीं हूं, लेकिन लोकतंत्र पर बुलडोजर चलाने वालों से मैं कहना चाहती हूं कि यह बुलडोजर के बदले बुलडोजर नहीं होगा. बुलडोजर की जगह आपको बंद का सामना करना पड़ेगा. यह मैं मुर्शिदाबाद की धरती पर कह रही हूं."
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