पूर्वी दिल्ली की गाजीपुर लैंडफिल साइट पर रविवार (21 अप्रैल) देर शाम 5.22 बजे अचानक आग लग गई. तुरंत ही इसकी जानकारी पुलिस और दमकल विभाग को दी गई. सूचना पर मौके पर दमकल की 8 गाड़ियां पहुंची. दमकल कर्मचारी आग बुझाने की मशक्कत कर रहे हैं. वहीं, एमसीडी अधिकारियों का कहना है कि लैडफिल साइट पर गैस फॉर्म होने से अचानक आग लग गई थी.
अधिकारियों का कहना है कि आग में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. फिलहाल कूलिंग का काम चल रहा है. दमकल विभाग के अनुसार रविवार शाम लैंडफिल पर आग लगने की सूचना मिली थी। मौके पर पहले दो गाड़ियों को भेजा गया, हवा की वजह से आग बढ़ती चली गई. जिसके बाद 6 और गाड़ियों को भेजा गया.
साथ ही निगम की मशीनों की सहायता से भी आग पर काबू पाया गया. कूड़े की वजह से दमकल को आग बुझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. अभी तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका है.
इस बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने दिल्ली सरकार पर गाजीपुर लैंडफिल साइट को लेकर निशाना साधा है. बीजेपी ने आरोप लगाया कि AAP सरकार ने पिछले साल 31 दिसंबर तक गाजीपुर लैंडफिल साइट को खाली कराने का वादा किया था. हालांकि, अब तक सरकार अपना वादा पूरा नहीं कर सकी है. दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि लैंडफिल साइट पर आग लगने के परिणामस्वरूप पूरे क्षेत्र में धुआं फैल गया है, जिससे स्थानीय निवासियों और व्यवसायों को असुविधा हो रही है.
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 2022 के एमसीडी चुनाव में वादा किया था कि 31 दिसंबर, 2023 के पहले इस लैंडफिल साइट को खाली करा लिया जाएगा. हालांकि, कचरा हटाने के बजाय यहां और अधिक कचरा डाल दिया गया.
बताया जा रहा है कि साल 2019 में गाजीपुर लैंडफिल साइट की ऊंचाई 65 मीटर थी, जो कुतुब मीनार से केवल आठ मीटर कम थी. अब इसकी ऊंचाई और ज्यादा हो गई है.