- यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत 27 जून 2025 को की गई.
- जांच गुरुग्राम पुलिस द्वारा दर्ज FIRs के आधार पर शुरू हुई थी.
- कंपनी पर फर्जी दस्तावेजों से आवासीय परियोजनाओं के लिए लाइसेंस प्राप्त करने का आरोप है.
- खरीदारों से 616 करोड़ रुपये वसूलने के बावजूद कंपनी ने समय पर घर नहीं दिए.
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत गुरुग्राम स्थित Mahira Infratech Pvt. Ltd. (पूर्व में Sai Aaina Farms Pvt. Ltd.), Mahira Buildtech Pvt. Ltd., और Czar Buildwell Pvt. Ltd. के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 557.43 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त कर ली हैं. यह कार्रवाई 27 जून 2025 को की गईं. जब्त की गई संपत्तियों में गुरुग्राम के सेक्टर 68, 63A, 103, 104, 92, 88B और 95 में लगभग 35 एकड़ रिहायशी और कॉमर्शियल जमीन शामिल हैं. इसके अलावा, करीब 97 लाख रुपये की FDRs (फिक्स्ड डिपॉजिट रसीदें) भी जब्त की गई हैं.
क्या है मामला
यह जांच गुरुग्राम पुलिस द्वारा दर्ज की गई FIRs के आधार पर शुरू हुई थी. आरोप है कि कंपनी ने अफॉर्डेबल हाउसिंग परियोजनाओं के लिए फर्जी दस्तावेजों और जाली बैंक गारंटी के जरिये लाइसेंस हासिल किए थे.
इन परियोजनाओं में सेक्टर 68, 103 और 104 में घर बनाने का वादा किया गया था, जिसके लिए 3700 से ज्यादा खरीदारों से 616 करोड़ रुपये की रकम वसूली गई, लेकिन कंपनी तय समय पर घर नहीं दे पाई और पैसे का दुरुपयोग किया गया.
पैसे की हेराफेरी कैसे हुई
ED की जांच में सामने आया कि कंपनी ने फर्जी बिलों के जरिये निर्माण लागत को जानबूझकर बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया और पैसों को अन्य कंपनियों के माध्यम से डायवर्ट किया. ये कंपनियां इन्हीं प्रमोटरों की थीं.
खरीदारों से आए पैसे को लोन के रूप में अन्य ग्रुप कंपनियों को ट्रांसफर किया गया, जो सालों से वापस नहीं किया गया है.
इससे पहले की कार्रवाई
- ED पहले भी इस मामले में दो बार कार्रवाई कर चुकी है
- 15 फरवरी 2024 और 26 मार्च 2025 को कुल 81.07 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई थी.
- इन कार्रवाइयों में Sai Aaina Farms, Mahira Buildtech, D S Home Construction Pvt. Ltd., और प्रमोटरों सिकंदर सिंह, धर्म सिंह छोकर (पूर्व विधायक), विकास छोकर आदि के नाम सामने आए थे.
गिरफ्तारियां और कोर्ट की कार्यवाही
- सिकंदर सिंह, महिरा ग्रुप के प्रमोटर को 30 अप्रैल 2024 को गिरफ्तार किया गया था.
- इसके बाद ED ने चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की, जिसे कोर्ट ने संज्ञान में ले लिया है.
- धर्म सिंह छोकर, जो इस मामले में एक और मुख्य आरोपी हैं और एक साल से फरार थे, उन्हें 5 मई 2025 को गिरफ्तार किया गया.
- आरोपी विकास छोकर अभी भी फरार है. कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित किया हुआ है.