महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर को लेकर जारी विवाद के बीच सरकार की तरफ से आज सर्वदलीय बैठक बुलायी गयी थी. बैठक में बीजेपी को छोड़कर सभी दलों ने हिस्सा लिया. बैठक के बाद आदित्य ठाकरे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह सिर्फ मंदिर मस्जिद का मुद्दा नहीं है. बल्कि सारे लाउडस्पीकर का विषय है. 2015 से 2017 के बीच राज्य सरकार के प्रयासों से सभी इंडस्ट्री और दूसरे सेक्टर के लिए अदालत ने डेसिबल तय किए हैं. उन्होंने कहा कि बैठक में निर्णय लिया गया कि एक प्रतिनिधिमंडल केंद्र सरकार से मिलकर इस मुद्दे के समाधान पर चर्चा करेगा.
आदित्य ठाकरे ने कहा कि हम किसी एक पक्ष के लिए नियम नहीं बना सकते हैं. हम केंद्र सरकार से चर्चा करेंगे इस मुद्दे पर और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन किया जाएगा. राज ठाकरे पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि कुछ पार्टी अपने आप को जीवित करने के लिए इसे एक मुद्दा बना रही है.बताते चलें कि राज ठाकरे ने आज की बैठक में भी हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था.
गृहमंत्री दिलीप वलसे ने कहा कि हमने पहले तय किया था कि कुछ गाइडलाइन बनाएंगे, लेकिन अब तय हुआ है कि जो पहले से गाइडलाइन हैं, उसे देखा जाएगा कि क्या वो काफी हैं या उसमें बदलाव करने की ज़रूरत है. वहीं नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई होगी. सुप्रीम कोर्ट ने जो निर्णय दिया उसमें रात 10 से सुबह 6 बजे तक स्पीकर के इस्तेमाल पर निर्णय दिया है और स्पीकर के शोर के डेसिबल पर निर्णय दिया.
महाराष्ट्र: गृहमंत्री दिलीप वलसे ने लाउडस्पीकर मसले पर बुलाई थी बैठक, बीजेपी से कोई नहीं पहुंचा
महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर विवाद मामले पर सर्वदलीय बैठक में नहीं शामिल हुई बीजेपी
Video :मस्जिद में पुलिस की इजाजत से तय डेसिबल लेवल पर लाउडस्पीकर बजाया जाए तो स्वागत करेंगे : MNS