छुट्टियां रद्द : राज ठाकरे की चेतावनी के बाद अलर्ट पर महाराष्ट्र पुलिस

राज ठाकरे ने कहा कि लाउडस्पीकर का शोर धार्मिक नहीं बल्कि सामाजिक मुद्दा है. सभी लाउडस्पीकर (मस्जिदों के ऊपर) अवैध हैं. क्या यह एक संगीत कार्यक्रम है कि इतने सारे लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल किया जा रहा है?

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राज ठाकरे की चेतावनी के बाद महाराष्ट्र पुलिस अलर्ट मोड पर

मुंबई:

मनसे प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) की मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर के खिलाफ चार मई से प्रदर्शन करने की घोषणा को लेकर राज्य के पुलिस प्रमुख ने एनडीटीवी से कहा कि महाराष्ट्र का पूरा पुलिस बल राज्य में किसी भी तरह की बिगड़ती कानून व्यवस्था से निपटने के लिए सर्तक और तैयार है. महाराष्ट्र के डीजीपी रजनीश सेठ ने ये भी कहा कि मनसे प्रमुख के औरंगाबाद में दिए भाषण की जांच कर रहे हैं, जरूरत पड़ने पर आवश्यक कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.

सेठ ने कहा कि पुलिस किसी भी तरह की कानून-व्यवस्था की स्थिति से निपटने को तैयार हैं. कानून-व्यवस्था बिगाड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. पुलिस अधिकारी की प्रतिक्रिया तब आई जब मनसे प्रमुख ने मस्जिदों के ऊपर से लाउडस्पीकरों को हटाने के लिए अपनी "3 मई की समय सीमा" की चेतावनी दोहराई.

सेठ ने कहा कि महाराष्ट्र पुलिस किसी भी तरह की कानून-व्यवस्था की स्थिति से निपटने में सक्षम है. राज्य पुलिस को "अलर्ट मोड" पर है. पुलिस विभाग में सभी के अवकाश रद्द कर दिए गए हैं. राज्य रिजर्व पुलिस बल की 87 कंपनियां ( SRPF) और 30,000 होमगार्ड पूरे राज्य में तैनात किए गए हैं.

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उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस जिम्मेदार है और किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए. उन्होंने कहा, "मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं." 

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राज ठाकरे ने औरंगाबाद में एक रैली में मस्जिदों के ऊपर से लाउडस्पीकर हटाने के लिए अपनी 3 मई की समय सीमा को दोहराया और चेतावनी दी कि "उसके बाद जो कुछ भी होता है उसके लिए वह जिम्मेदार नहीं होंगे". मनसे प्रमुख ने औरंगाबाद में एक जनसभा में कहा कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए 3 मई की समय सीमा के बाद जो कुछ भी होता है, उसके लिए मैं जिम्मेदार नहीं रहूंगा." 

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मनसे प्रमुख ने कहा कि 4 मई से सभी हिंदुओं को मस्जिदों के ऊपर लगे लाउडस्पीकर से दोगुनी आवाज में हनुमान चालीसा बजानी चाहिए.  अगर वे (मुसलमान) अच्छी तरह से नहीं समझते हैं, तो हम उन्हें महाराष्ट्र की ताकत दिखाएंगे.

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उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर का शोर धार्मिक नहीं बल्कि सामाजिक मुद्दा है. सभी लाउडस्पीकर (मस्जिदों के ऊपर) अवैध हैं. क्या यह एक संगीत कार्यक्रम है कि इतने सारे लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल किया जा रहा है?