महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस खत्म होने के बाद डिप्टी CM को लेकर भी सस्पेंस खत्म हो गया है. सूत्रों के मुताबिक, एकनाथ शिंदे आखिरकार मान गए हैं. वह गुरुवार को डिप्टी CM पद की शपथ लेने को तैयार हो गए हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस में फडणवीस ने शिंदे से सरकार में शामिल होने की गुजारिश की थी. शिंदे ने फैसला लेने के लिए शाम तक का इंतजार करने को कहा था. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, शिंदे डिप्टी CM के लिए तो मान गए हैं. लेकिन, वह गृह मंत्रालय को लेकर अभी भी अड़े हैं. ऐसे में देखना होगा कि BJP आखिर में क्या फैसला लेती है.
यह पूछे जाने पर कि क्या वह खुद और राकांपा प्रमुख अजित पवार भी गुरुवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, शिवसेना प्रमुख ने कहा कि शाम तक इंतजार करें. अब सूत्रों के हवाले से जो खबर सामने आई है उसके अनुसार एकनाथ शिंदे डिप्टी CM पद की शपथ लेने को तैयार हो गए हैं.
इससे पहले शिंदे को धन्यवाद देते हुए फडणवीस ने कहा कि मैंने एकनाथ शिंदे से कैबिनेट में बने रहने का अनुरोध किया था . मुझे उम्मीद है कि वह ऐसा करेंगे. मुख्यमंत्री पद हमारे बीच सिर्फ एक तकनीकी समझौता है. हम निर्णय लेने के लिए साथ रहे हैं और ऐसा करना जारी रखेंगे.
इससे पहले शिंदे ने कहा कि ढाई साल पहले, फडणनवीस ने मुख्यमंत्री बनने के लिए मेरे नाम की सिफारिश की थी. इस बार हम मुख्यमंत्री बनने के लिए उनके नाम की सिफारिश करते हैं.
एकनाथ शिंदे ने 27 नवंबर को बड़ा त्याग कर दिया. उन्होंने महाराष्ट्र के CM पद का दावा छोड़ दिया. शिंदे ने कहा, "मैंने कभी भी अपने आप को मुख्यमंत्री नहीं समझा. मैंने हमेशा आम आदमी बनकर काम किया. राज्य को चलाने के लिए केंद्र सरकार का साथ जरूरी है. मुझे पद की लालसा नहीं है. हम लड़ने वाले लोग नहीं हैं. हम काम करने वाले लोग हैं. सरकार बनाने में हम अड़चन नहीं बनेंगे."
शिंदे ने कहा था, "मैंने PM और गृह मंत्री से भी कह दिया है कि महाराष्ट्र में कोई स्पीड ब्रेकर नहीं है. कोई नाराज नहीं है. कोई गायब नहीं है. यहां कोई मतभेद नहीं है. एक स्पीड ब्रेकर था- महा विकास अघाड़ी. अब वो भी हटा दिया गया है. PM मोदी-अमित शाह का जो भी फैसला लेंगे, वो हमें स्वीकार है. BJP की बैठक में आपका कैंडिडेट चुना जाएगा, वो भी हमें स्वीकार है. हम सरकार बनाने में अड़चन नहीं हैं."