महाराष्ट्र (Maharashtra Crisis) में बीजेपी-शिवसेना (एकनाथ गुट) सरकार में अजित पवार (Ajit Pawar) शामिल होकर बड़ा उलटफेर कर चुके हैं. अजित पवार डिप्टी सीएम बने, तो साथ गए विधायकों में से 9 ने मंत्री पद की शपथ भी ली. इस बीच अजित पवार को शरद पवार (Sharad Pawar) के समर्थन की अटकलें भी लगाई गईं. वहीं, एनसीपी (NCP) प्रमुख शरद पवार ने इन अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया.
अपने भतीजे के चौंकाने वाले विद्रोह के कारण भारी राजनीतिक शर्मिंदगी के एक दिन बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के संरक्षक शरद पवार ने सोमवार को गुरु पूर्णिमा के मौके पर सतारा जिले के कराड में पूर्व सीएम यशवंतराव चव्हाण को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान उन्होंने शक्ति प्रदर्शन किया. एनसीपी समर्थकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी सभी विपक्षी दलों को नष्ट करने की कोशिश कर रही है. लेकिन एनसीपी नई शुरुआत करेगी.
यह पूछे जाने पर कि क्या रविवार को अजित पवार की बगावत को उनका आशीर्वाद प्राप्त था? इसके जवाब में शरद पवार ने कहा, "ये एक ओछी बात है. केवल तुच्छ और कम बुद्धि वाले लोग ही ऐसा कह सकते हैं. सिर्फ सत्ता के लिए सब कुछ हो रहा है. अजित पवार ने जो फैसला लिया है, वो उनका अपना है. इसका पार्टी से लेना-देना नहीं है. अजित पवार के साथ मेरा आशीर्वाद नहीं है. मेरा उनके फैसले को मेरा समर्थन नहीं है."
ऐसे विद्रोह होते रहते हैं- शरद पवार
82 वर्षीय शरद पवार ने दावा किया कि वह अपने भतीजे अजित पवार की बगावत से विचलित नहीं हुए हैं. वो लोगों के बीच जाकर नई शुरुआत करेंगे. पवार ने आज कराड में कहा, "सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ मेरी लड़ाई आज से शुरू हो रही है. ऐसे विद्रोह होते रहते हैं. मैं पार्टी का पुनर्निर्माण करूंगा." उन्होंने बीजेपी पर समाज में डर पैदा करने का भी आरोप लगाया.
शरद पवार ने यह भी कहा कि उन्होंने कुछ नेताओं के कार्यों से प्रभावित हुए बिना, एनसीपी को मजबूत करने और पार्टी कार्यकर्ताओं का आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए राज्यव्यापी दौरा शुरू किया है.
प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे पार्टी से बाहर
इस बीच शरद पवार ने सांसद प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को पार्टी से बाहर कर दिया है. उनकी बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने दोनों के खिलाफ एक्शन लेने के लिए सोमवार को ही शरद पवार को चिट्ठी लिखी थी. इस ऐलान के तुरंत बाद अजित पवार ने भी NCP की नई टीम बना दी. उन्होंने सांसद सुनील तटकरे को महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष बनाया है.
कुछ पदाधिकारियों को सीधे बर्खास्तगी का नोटिस
एनसीपी के जयंत पाटिल ने कुछ पदाधिकारियों को सीधे बर्खास्तगी का नोटिस भेजा है, जबकि अन्य को पार्टी के नाम और प्रतीक का उपयोग नहीं करने की चेतावनी दी है. अजित पवार के साथ गए विधायकों पर सीधी कार्रवाई से पहले उन्हें पुनर्विचार करने का समय दिया गया है.
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