शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के काफिले को बुधवार को सिंधुदुर्ग जिले में महाराष्ट्र-गोवा सीमा पर एक जांच चौकी पर रोक दिया गया.इससे पहले मंगलवार को चुनाव आयोग के अधिकारियों ने ठाकरे के हेलीकॉप्टर में बैग की दो बार तलाशी ली थी. इस तलाशी का ठाकरे ने विरोध जताते हुए कहा था कि यह सब किसी के इशारे पर किया जा रहा है.उन्होंने चुनिंदा लोगों को निशाना बनाने का आरोप लगाया था. इसके बाद बीजेपी-शिवसेना-एनसीपी के नेताओं के हेलीकॉप्टरों की तलाशी की भी खबरें सामने आई हैं.
हेलीकॉप्टर की दो बार हो चुकी है तलाशी
उद्धव ठाकरे का काफिला रोके जाने से पहले मंगलवार और सोमवार को ठाकरे के हेलीकॉप्टर में उनके सामान की तलाशी पहले यवतमाल और फिर शोलापुर में ली गई थी. तलाशी यवतमाल जिले में एक चुनावी रैली से पहले चुनाव अधिकारियों ने ली थी. इस घटना के बाद ठाकरे ने कुछ चुनिंदा लोगों को निशाना बनाए जाने का आरोप लगाया था.
बुधवार को उनको जांच चौकी पर तब रोका गया, जब उद्धव ठाकरे अपने बेटे तेजस के साथ तटीय कोंकण क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए गए थे.तस्वीरों में दिख रहा है कि गोवा से महाराष्ट्र में प्रवेश करते समय ठाकरे के काफिले को इंशुली जांच चौकी पर रोक दिया गया. इससे वो नाराज हो गए.जांचकर्मियों को जब पता चला कि ठाकरे एक कार में सवार हैं तो उन्होंने काफिले को आगे बढ़ने की अनुमति दे दी.इसके बाद ठाकरे चुनावी रैली को संबोधित करने के लिए सिंधुदुर्ग जिले के सावंतवाड़ी की ओर रवाना हुए.
सत्ता पक्ष के नेताओं के बैग की भी हुई है तलाशी
ठाकरे के बैग की तलाशी चुनाव अधिकारियों ने मंगलवार उस समय ली थी,जब उनका हेलीकॉप्टर पूर्वी महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में एक रैली के लिए हेलीपैड पर उतरा था.ठाकरे ने बैग की तलाशी का वीडियो रिकॉर्ड किया था. उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान अधिकारियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सामान की जांच करने की चुनौती दी थी.
इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्रियों देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी के बैग की तलाशी के अलग-अलग वीडियो भी सामने आए हैं.चुनाव आयोग का कहना है कि इस तरह की तलाशी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का हिस्सा है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के हेलीकॉप्टरों की तलाशी भी चुनाव आयोग ले चुका है.