महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियों ने कमर कस ली है. बीजेपी की अगुवाई वाले महायुति में तो सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर सहमति बन चुकी है. अब महा विकास अघाड़ी में भी सीटों का बंटवारा (MVA Seat Sharing) हो गया है. एमवीए में सीट शेयरिंग पर सहमति बन गई है. 85-85-85 फॉर्मूले की घोषणा की गई है, बाकी बची 33 सीटों में से करीब 18 सीटें छोटी पार्टियों के पास जा सकती हैं और 15 पर अभी फैसला होना बाकी है.
ये भी पढ़ें-राज ठाकरे के बेटे के खिलाफ उद्धव ठाकरे और शिंदे ने उतारा उम्मीदवार, जानिए क्या कह रहे जानकार
MVA में 15 सीटों पर फंसा पेच
बची हुई 15 सीटों पर मतभेद जारी है. दरअसल कांग्रेस इनमें से ज्यादा से ज्यादा सीटें चाहती है. विवादित सीटों के लिए शिवसेना और कांग्रेस दोनों में होड़ मची हुई है. इन विवादित सीटों पर अभी और बातचीत होगी. 12-15 सीटों पर अभी भी कोई समाधान नहीं निकल सका है.
'हम 200 से ज्यादा सीटें जीतेंगे'
कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के एलओपी विजय वडेट्टीवार ने कहा कि सीट बंटवारे की समस्या सुलझ गई है. हम योग्यता के आधार पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं. सीट बंटवारे के बाद हमें विश्वास है कि हम 200 सीटों का आंकड़ा पार कर लेंगे.उन्होंने कहा कि महायुति ने राज्य को बर्बाद कर दिया है. हम उन्हें सत्ता से बाहर कर देंगे. जनता ने भी उनको गद्दी से हटाने का मन बना लिया है.
सीट बंटवारे में शरदर पवार का अहम रोल
सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने के लिए महा विकास आघाडी (एमवीए) के सहयोगियों के बीच बातचीत बुधवार को भी जारी रही, जिसमें एनसीपी (शरदचंद्र पवार) चीफ शरद पवार ने गठबंधन के घटक दलों के बीच मतभेदों को सुलझाने में मध्यस्थ की भूमिका निभाई.
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को चुनाव
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस के विजय वडेट्टीवार, कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले और कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता बालासाहेब थोराट ने सीट आवंटन को लेकर एमवीए के घटक दलों के बीच मतभेदों को दूर करने की कोशिशों के तहत दक्षिण मुंबई के वाईबी चव्हाण केंद्र में शरद पवार से मिले. बता दें कि राज्य में 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए 20 नवंबर को मतदान होना है