मध्य प्रदेश के चुनावों में 'कपड़ा फाड़' नया शब्द है. बीजेपी इस शब्द को लेकर तंज कस रही है. कांग्रेस के नेता भी घोषणा पत्र के मंच पर हंसी ठिठोली के बीच शब्द बाण चला रहे हैं. ये तंज दरअसल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के एक वायरल वीडियो पर हो रहा है, जिसमें कमलनाथ एक नेता के समर्थकों से कहते दिख रहे हैं, "दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह के कपड़े फाड़ो.."
कांग्रेस ने नवरात्र के पहले दिन 144 उम्मीदवारों की सूची जारी की, लेकिन लिस्ट को लेकर कई जगह बवाल हुआ. शिवपुरी के पिछोर से 6 बार विधायक केपी सिंह को टिकट मिल गया, इस सीट की दावेदारी बीजेपी छोड़ कांग्रेस में आए कोलारस विधायक वीरेंद्र सिंह रघुवंशी कर रहे थे, जब उनके समर्थक कमलनाथ से मिलने पहुंचे तो कहा, "शिवपुरी की बात दिग्विजय सिंह, जयवर्धन से करेंगे.. जैसा वो कहेंगे, वैसा करेंगे. वीरेंद्र को जितना तुम लोग नहीं चाहते, उससे ज्यादा मैं चाहता हूं, तुम लोग मुझे क्या समझाने आए हो. अब जाकर दिग्विजय सिंह और जयवर्धन के कपडे़ फाड़ो, ये मत कहिएगा कि मैंने कहा है."
केपी सिंह दिग्विजय सिंह के करीबी माने जाते हैं, तो वीरेंद्र रघुवंशी को कमलनाथ ने पार्टी में शामिल करवाया था.
इधर कांग्रेस की लड़ाई पर बीजेपी तंज कस रही है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि उनको पावर ऑफ़ अटार्नी दी है, ये कमलनाथ कह रहे हैं. ये उनकी खीज है या हार सुनिश्चित हो गई है. उन्होंने कहा कि अब एक दूसरे पर डाल रहे हैं कि बाद में कहें कि मैंने तो छोड़ दिया था, मैंने तो दिग्विजय सिंह को सौंप दिया था, ये कांग्रेस की स्पष्ट हार आज ही उन्होंने स्वीकार कर ली है.
बीजेपी कमलनाथ के एक और बयान पर हमलावर है, जिसमें उन्होंने कहा था, "छिंदवाड़ा में घोषणा नकुल करेंगे, सबसे पहले छिंदवाड़ा के टिकटों की घोषणा वहां होगी, तब दिल्ली से होगी."
कांग्रेस बीजेपी पर तंज कसती है कि उसमें कई गुट हैं. नाराज बीजेपी, शिवराज बीजेपी और महाराज बीजेपी. शिवपुरी की टिकट पर उठी बयानबाजी से दांव पलटा है. वैसे 'आयातित' नेताओं को अगर टिकट नहीं मिला, तो उनके लिए यही कहा जा सकता है, 'ना खुदा मिला ना विसाल-ए-सनम'.