खास बातें
- अन्ना के जनलोकपाल बिल की एक दो बातों को छोड़कर सभी दलों ने उनकी ज्यादातर मांगों का खुलकर समर्थन किया।
नई दिल्ली: लोकपाल बिल को लेकर अन्ना हज़ारे के एक दिन के धरने के बाद सोमवार को संसद की बैठक होने जा रही है। जिस तरह से पूरे विपक्ष ने जंतर−मंतर पर अन्ना के सुर में सुर मिलाया उसे देखते हुए आज संसद में हंगामे के आसार बन रहे हैं। अन्ना के जनलोकपाल बिल की एक दो बातों को छोड़कर सभी दलों ने उनकी ज्यादातर मांगों का खुलकर समर्थन किया। इस मंच से विपक्ष ने जहां अन्ना को भ्रष्टाचार के खिलाफ़ लड़ने वाला सबसे बड़ा मसीहा बताया वहीं यूपीए सरकार पर खुलकर यह आरोप लगाया कि उसने जनता के साथ धोखा किया है। बीजेपी नेता अरुण जेटली ने कहा कि सरकार संसद में दिया गया वादा तोड़ नहीं सकती। उन्होंने प्रधानमंत्री को लोकपाल के दायरे में लाने की पुरजोर वकालत की।