संसद के विशेष सत्र के तीसरे दिन बुधवार को लोकसभा (Loksabha) में लंबी बहस के बाद 'महिला आरक्षण बिल' (Women's Reservation Bill) पास हो गया. महिला आरक्षण विधेयक (नारी शक्ति वंदन अधिनियम) के पक्ष में 454 वोट पड़े. जबकि 2 वोट इसके खिलाफ पड़े. लोकसभा में ये बिल दो-तिहाई बहुमत से पास हुआ. लोकसभा में पर्ची के जरिए वोटिंग हुई. अब लोकसभा और राज्य की विधानसभाओं में एक तिहाई सीट महिलाओं के लिए आरक्षित हो जाएंगी. आरक्षण लागू होने के बाद लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या 181 हो जाएगी. महिला आरक्षण फिलहाल 15 साल के लिए लागू होगा, जो संसद की मंजूरी के बाद बढ़ सकता है. लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पास होने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने ट्वीट करके खुशी जाहिर की है.
राजनीतिक प्रक्रिया में महिलाओं की भागीदारी होगी सशक्त
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला आरक्षण बिल के लोकसभा से पास होने पर ट्वीट किया, "इस अभूतपूर्व समर्थन के साथ लोकसभा में संविधान (128वां संशोधन) विधेयक, 2023 पारित होने पर खुशी हुई. मैं सभी पार्टियों के सांसदों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने इस विधेयक के समर्थन में मतदान किया. नारी शक्ति वंदन अधिनियम एक ऐतिहासिक कानून है, जो महिला सशक्तीकरण को और बढ़ावा देगा. हमारी राजनीतिक प्रक्रिया में महिलाओं की और भी अधिक भागीदारी को सक्षम करेगा."
गृहमंत्री अमित शाह ने पीएम मोदी का किया शुक्रिया
गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पास होने पर पीएम नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- "मैं प्रधानमंत्री मोदी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं. महिला आरक्षण बिल आज लोकसभा में पास हो गया. इस बिल ने हमारे देश में राजनीतिक विमर्श को बदल दिया है. सदियों से भारत में महिलाओं ने अपनी देखभाल, करुणा और निस्वार्थ योगदान से व्यक्तियों, परिवारों, हमारे समाज और अर्थव्यवस्था को आकार दिया है. नया विधेयक हमारे राष्ट्र की नियति को आकार देने में उनकी शक्ति का उपयोग करेगा. यह हमारे कानूनों और नीतियों को अधिक लिंग-समावेशी और प्रभावी बनाकर हमारे संसदीय लोकतंत्र को मजबूत करेगा."
यह हमारे देश के लिए एक ऐतिहासिक छलांग- अमित शाह
अमित शाह ने एक और ट्वीट किया, "यह हमारे देश के लिए एक ऐतिहासिक छलांग है, क्योंकि लोकसभा ने आज 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम' पारित कर दिया है. इस बिल की परिकल्पना पीएम मोदी ने की थी. ये बिल न केवल महिला सशक्तीकरण के इतिहास में एक नया अध्याय लिखेंगी, बल्कि हमारे देश में न्यायसंगत और लिंग-समावेशी विकास को भी बढ़ावा देंगी. यह एक बार फिर महिलाओं के नेतृत्व वाले शासन के प्रति मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराता है."
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बधाई
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा, "लोकसभा में नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित होने पर देश की महिलाओं को बधाई. महिला सशक्तीकरण की दिशा में अब तक की यह सबसे बड़ी पहल, सदन में महिलाओं की अधिक सहभागिता सुनिश्चित कर उन्हें देश के विकास और देशवासियों के कल्याण के लिए और अधिक सक्रियता से कार्य करने के अवसर उपलब्ध करवाएगी."
गुरुवार को इस बिल को राज्यसभा में पेश किया जाएगा. वहां से पास होने के बाद इसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साइन के लिए भेजा जाएगा. राष्ट्रपति की स्वीकृति मिलने के बाद यह कानून बन जाएगा. महिला आरक्षण बिल नई संसद के लोकसभा में पास हुआ पहला बिल भी है.
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