लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में शुक्रवार को शाम छह बजे तक बिहार की पांच संसदीय सीट- झंझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा और खगड़िया पर 98.6 लाख से अधिक मतदाताओं में से लगभग 60 प्रतिशत ने मताधिकार का इस्तेमाल किया.
बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एच आर श्रीनिवास ने यहां संवाददाताओं बताया कि पांच संसदीय क्षेत्रों-- झंझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा और खगड़िया में शुक्रवार शाम छह बजे तक सम्पन्न मतदान के दौरान अनुमानत: 60 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला.
उन्होंने कहा कि इन सीट पर शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और सुचारू मतदान संपन्न कराने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा 9,848 मतदान केंद्र बनाये गए थे . श्रीनिवास ने बताया कि झंझारपुर में 55.50 प्रतिशत, सुपौल में 62.40 प्रतिशत, अररिया में 62.80 प्रतिशत, मधेपुरा में 61.00 प्रतिशत, तथा खगड़िया में 58.20 प्रतिशत मतदान हुआ.
साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान इन सीट पर 61.22 प्रतिशत मतदान हुआ था. पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान झंझारपुर में 57.24 प्रतिशत, सुपौल में 65.70 प्रतिशत, अररिया में 64.78 प्रतिशत, मधेपुरा में 60.86 प्रतिशत और खगड़िया में 57.68 प्रतिशत मतदान हुआ था.
तृतीय चरण के चुनाव में रिजर्व सहित कुल 12,225 कंट्रोल यूनिट, 12,179 बैलेट यूनिट तथा 13,323 वीवीपैट का उपयोग हुआ है, जिसमें 57 कंट्रोल यूनिट, 40 बैलेट यूनिट तथा 71 वीवीपैट ‘मॉक पोल' के दौरान बदले गये हैं. 18 कंट्रोल यूनिट, 18 बैलेट यूनिट तथा 96 वीवीपैट ‘मॉक पोल' के बाद बदले गये .
बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होने का दावा करते हुए कहा कि तृतीय चरण में कुल नौ मतदान केन्द्रों पर विकास के विभिन्न मुद्दों पर मतदान बहिष्कार की सूचना प्राप्त हुई है.
उन्होंने कहा कि आज मतदान के दौरान कुल 39 शिकायतें मिलीं जिनका ससमय निष्पादन कर दिया गया.
श्रीनिवास ने कहा कि आज अररिया जिला में पलासी प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, पचैली में निर्वाचन केंद्र पर तैनात होम गार्ड महेन्द्र साह की हृदय गति रूक जाने के कारण मृत्यु हो गयी. उन्होंने कहा कि दूसरी दुखद घटना सुपौल जिला की है, जहाँ निर्मली विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र के मतदान केन्द्र संख्या 158 के पीठासीन पदाधिकारी शैलेन्द्र कुमार की हृदय गति रूक जाने के कारण मृत्यु हो गयी.
श्रीनिवास ने कहा कि शेष कहीं से अप्रिय घटना की सूचना प्राप्त नहीं है तथा मतदान शांतिपूर्ण सम्पन्न हुआ है. बिहार पुलिस मुख्यालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार खगड़िया जिले के पौरा थानाक्षेत्र के सहरौन गांव में ‘बूथ' संख्या 182 एवं 183 पर ग्रामीण ‘रोड नहीं तो वोट नहीं' कहकर मतदान का बहिष्कार कर रहे थे. इस सूचना पर विभिन्न अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को समझाया-बुझाया जा रहा था. इसी क्रम में कुछ असामाजिक तत्वों ने ईवीएम को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. पुलिस ने स्थिति नियंत्रित किया. पुलिस ने कहा कि इस घटना मेंशामिल असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
इन सीट पर मतदान के दौरान कुल 219 लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी/ निरोधात्मक कार्रवाई की गयी .
इन पांच सीट पर कुल 54 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं जिनमें 51 पुरुष और तीन महिला प्रत्याशी हैं. इन उम्मीदवारों में बहुजन समाज पार्टी के पांच, जनता दल (यूनाइटेड) और राष्ट्रीय जनता दल के तीन-तीन, भारतीय जनता पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी , लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और विकासशील इंसान पार्टी के एक-एक प्रत्याशी शामिल हैं.
इन पांचों लोकसभा सीट पर फिलहाल राजग का कब्जा है. अररिया सीट पर भाजपा के मौजूदा सांसद प्रदीप सिंह का राजद के शाहनवाज से सीधा मुकाबला था. मधेपुरा और सुपौल में राजद की सीधी लड़ाई जदयू से थी.
मधेपुरा में जदयू सांसद दिनेश चंद्र यादव को राजद के कुमार चंद्रदीप चुनौती दे रहे थे. निकटवर्ती सुपौल में राजद के चंद्रहास चौपाल का मुकाबला जदयू के मौजूदा सांसद दिलेश्वर कामत से था. झंझारपुर में जदयू के मौजूदा सांसद राम प्रीत मंडल, राज्य के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी की अध्यक्षता वाली विकासशील इंसान पार्टी के उम्मीदवार सुमन कुमार महासेठ और बसपा प्रत्याशी गुलाब यादव के बीच त्रिकोणीय मुकाबला था .
खगड़िया में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रत्याशी राजेश वर्मा और विपक्षी महागठबंधन में शामिल माकपा उम्मीदवार संजय कुमार कुशवाहा के बीच मुख्य रूप से मुकाबला था.
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