मुंबई में कोविड के बढ़ते मामलों के बावजूद लॉकडाउन जरूरी नहीं: बीएमसी

बीएमसी आयुक्त इकबाल चहल का बयान आया है जिसमें उन्होनें कहा है कि मुंबई (Mumbai) में लॉकडाउन या अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने की तत्काल कोई जरूरत नहीं है क्योंकि मरीजों के लिए अस्पतालों में बिस्तरों की, ऑक्सीजन की जरूरत और कोविड-19 से होने वाली मौतें कम हैं.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
बीएमसी ने कहा केवल संख्या (कोविड-19 मामलों) के आधार पर लॉकडाउन नहीं लगाया जा सकता.
मुंबई:

मुंबई में शनिवार को कोरोना वायरस (Coronavirus) के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच बीएमसी आयुक्त इकबाल चहल का बयान आया है जिसमें उन्होनें कहा है कि मुंबई (Mumbai) में लॉकडाउन या अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने की तत्काल कोई जरूरत नहीं है क्योंकि मरीजों के लिए अस्पतालों में बिस्तरों की, ऑक्सीजन की जरूरत और कोविड-19 से होने वाली मौतें कम हैं. इकबाल चहल ने एक मराठी समाचार चैनल से कहा कि पहली और दूसरी लहर के दौरान लॉकडाउन (Lockdown) लगाने का निर्णय संक्रमण दर के आधार पर लिया गया था, लेकिन 21 दिसंबर 2021 से शुरू हुई तीसरी लहर के लिए यह मानदंड लागू नहीं किया जा सकता है.

मुंबई में हर रोज 20 हजार केस आए तो लगेगा लॉकडाउन : NDTV से बोले BMC कमिश्नर

उन्होंने कहा कि लोकल ट्रेनों से यात्रा पर कोई और प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि केवल पूरी तरह से टीकाकरण वाले लोगों को ही ट्रेनों में सवार होने की अनुमति दी जा रही है. चहल ने कहा, “पहली और दूसरी लहर में कसौटी संक्रमण दर थी, लेकिन वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट की इस लहर में, दो नए मानदंड अस्पताल के बिस्तरों की जरूरत और ऑक्सीजन की आवश्यकता होनी चाहिए.

उन्होंने कहा कि प्रशासन ने अब तक केवल कुछ प्रतिबंध लगाए हैं, जैसे कि रात के समय पांच या अधिक व्यक्तियों के इकट्ठा होने और शहर में स्कूलों को बंद करने जैसे प्रतिबंध. बीएमसी प्रमुख ने कहा कि गुरुवार को मुंबई में कोरोना वायरस की जांच में संक्रमित पाए गए 20,000 से अधिक लोगों में से केवल 1,180 अस्पताल में भर्ती थे और 110 ऑक्सीजन पर थे.

Advertisement

उन्होंने कहा कि वर्तमान में अस्पताल के 35,000 बिस्तरों में से केवल 5,900 पर मरीज भर्ती हैं. चहल ने कहा, “वर्तमान में कम से कम 83 प्रतिशत बिस्तर खाली हैं और ऑक्सीजन की आवश्यकता 10 प्रतिशत भी नहीं है. दूसरी लहर के दौरान, हमने 235 मीट्रिक टन ऑक्सीजन (प्रति दिन) का उपयोग किया. इन बातों को ध्यान में रखते हुए मौजूदा हालात में लॉकडाउन की जरूरत नहीं है.”

Advertisement

महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते केस के बीच दोबारा लॉकडाउन की संभावना पर स्वास्थ्य मंत्री ने स्थिति स्पष्ट की

Advertisement

उन्होंने कहा, “केवल संख्या (कोविड-19 मामलों) के आधार पर लॉकडाउन नहीं लगाया जा सकता है. यह इस बात पर निर्भर करता है कि हमारे अस्पतालों में कितने बिस्तर खाली हैं, कितने ऑक्सीजन की जरूरत है और कितनी मौतें हो रही हैं. ये अधिक महत्वपूर्ण हैं.''

Advertisement

उन्होंने माना कि पिछले साल 21 दिसंबर से संक्रमण दर में काफी वृद्धि हुई है, लेकिन पिछले 16 दिनों में शहर में केवल 17 मौतें दर्ज की गईं. उन्होंने कहा कि उपचाराधीन मामले एक लाख को पार कर गए हैं, लेकिन मृत्यु दर प्रति दिन केवल एक है. आयुक्त ने कहा, “हम स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए हैं. मैं व्यक्तिगत रूप से दिन में तीन से चार बार चीजों की समीक्षा करता हूं.”

देस की बात : कोरोना की तीसरी लहर के बीच दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू, क्या मुंबई में लॉकडाउन की जरूरत?

Featured Video Of The Day
UNICEF की ताज़ा रिपोर्ट, भारत में डरा रही है बच्चों की घटती आबादी, 2050 तक रह जाएंगे इतने
Topics mentioned in this article