कर्नाटक में प्रमुख लिंगायत नेता कांग्रेस के एमबी पाटिल रखते हैं CM पद की दावेदारी, ऐसा रहा है राजनीतिक करियर

58 साल के एम. बी. पाटिल कर्नाटक के बीजापुर क्षेत्र से आते हैं. वो कर्नाटक विधानसभा के लिए पांच बार चुने जा चुके हैं, साथ ही लोकसभा के भी सदस्य रहे हैं.

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एम.बी. पाटिल प्रमुख लिंगायत नेता हैं.
बेंगलुरु:

कर्नाटक में विधानसभा चुनाव (Karnataka Election 2023) का बिगुल बज गया है. 10 मई को मतदान होना है, तो वहीं 13 मई को नतीजे घोषित किए जाएंगे.  इसको लेकर सभी पार्टियां पूरा जोर लगा रही हैं. कांग्रेस, बीजेपी और जेडीएस में कई ऐसे नेता हैं, जिनका एक मजबूत जनाधार है, कांग्रेस में ऐसे ही एक नेता हैं एम. बी. पाटिल. पाटिल कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में शुमार हैं. इसीलिए कांग्रेस ने कर्नाटक इकाई के वरिष्ठ नेता एम. बी. पाटिल को प्रदेश कांग्रेस कमेटी की चुनाव अभियान समिति का प्रमुख भी नियुक्त किया है.

एम. बी. पाटिल कर्नाटक के गृह मंत्री और जल संसाधन मंत्री रहे हैं. उन्हें कांग्रेस ने एक बार फिर से बाबलेश्वर विधानसभा सीट से टिकट दिया है. कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष एम. बी. पाटिल पूर्व सीएम और पार्टी में डीके शिवकुमार के साथ एक बार फिर से सीएम पद के प्रबल दावेदार सिद्धारमैया के करीबी सहयोगी और एक प्रमुख लिंगायत नेता भी हैं. राज्य में सबसे बड़ा समुदाय लिंगायत, विधानसभा की 224 सीटों में से 90 सीटों पर उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करता है.

7 अक्टूबर 1964 को हुआ था एम. बी. पाटिल का जन्म
58 साल के एम. बी. पाटिल का पूरा नाम मल्लनगौड़ा बसनगौड़ा पाटिल है. उनका जन्म 7 अक्टूबर 1964 को हुआ था. पाटिल कर्नाटक के बीजापुर क्षेत्र से आते हैं. वो कर्नाटक विधानसभा के लिए पांच बार चुने जा चुके हैं, साथ ही लोकसभा के भी सदस्य रहे हैं. वह बीएलडीई एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं. सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक एम. बी. पाटिल राजनीतिज्ञ और शिक्षाविद बी.एम.पाटिल के बड़े बेटे हैं.

कुमारस्वामी सरकार में गृहमंत्री रहे हैं पाटिल
पाटिल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1991 में की थी. उन्हें 2013 में सिद्धारमैया के मंत्रिमंडल में सिंचाई मंत्रालय आवंटित किया गया था. कर्नाटक के सिंचाई मंत्री के रूप में उनके काम ने पूरे कर्नाटक में विभिन्न रुकी हुई सिंचाई परियोजनाओं को नया जीवन दिया. उन्हें एचडी कुमारस्वामी के मंत्रिमंडल में दिसंबर 2018 में गृह मंत्रालय का कार्यभार दिया गया. एक साफ-सुथरे राजनेता और प्रभावशाली लिंगायत समुदाय से आने के कारण, उन्हें कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदारों में भी देखा जाता है.

कर्नाटक में 224 विधानसभा की सीटें
कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल इस बार 24 मई 2023 को खत्म हो रहा है. 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 224 में से 104 सीटों पर जीत हासिल की थी. वहीं कांग्रेस ने 80 और जेडीएस ने 37 सीटें जीती थी. जबकि एक सीट पर बीएसपी को जीत मिली थी.

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