"हमने आपातकाल का काला दौर भी देखा है..." : ईडी के छापों पर लालू यादव, जानें अब तक क्या हुआ?

ईडी का छापा लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री के पद पर रहने के दौरान उनके परिवार को तोहफे में भूखंड प्राप्त होने या इसे बेचने के बदले में लोगों को रेलवे में कथित तौर पर नौकरी दिये जाने से संबद्ध है.

विज्ञापन
Read Time: 25 mins
ईडी के छापों पर लालू यादव ने जमकर भाजपा को कोसा है. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

'लैंड फॉर जॉब' स्कैम से जुड़े मनी लांड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की लालू यादव के घर और संबंधियों पर छापेमारी को राष्ट्रीय जनता दल ने चुनौती के रूप में लिया है. लालू यादव से लेकर उनकी बेटियां तक तीखा हमला कर रही हैं. लालू यादव की सिंगापुर में रहने वाली और उन्हें किडनी देकर जान बचाने वाली बेटी रोहिणी आचार्य कल छापामारी के बाद से ही सक्रिय हैं. लालू यादव की सात बेटियों और दो बेटों में दूसरे नंबर की बेटी रोहिणी आचार्य ने आज सुबह फिर एक के बाद एक तीन ट्वीट करते हुए लिखा, "तुम्हारा जितना जुल्म होगा, राजद उतना मजबूत होगा. लोकतंत्र की बर्बादी की निशानी है, छोटे-छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाओं पर जुल्म की जो कहानी है..सीबीआई, ईडी तो बहाना है, इनका असली मकसद समाजवादियों को मिटाना है..सेप्टिक टैंक की खुदाई से गैस मिला चाय बनाने के लिए.. मोदी साहब के लिए भर भर ट्रक लेके गये हैं जमाई"

लालू यादव ने भी किया पलटवार
रोहिणी आचार्य के यह सख्त तेवर अनायास नहीं हैं. लालू यादव ने इस मामले कल खुद ही यलगार कर दिया था. कल देर रात छापेमारी पर लालू यादव ने ट्वीट किया था, "हमने आपातकाल का काला दौर भी देखा है. हमने वह लड़ाई भी लड़ी थी. आधारहीन प्रतिशोधात्मक मामलों में आज मेरी बेटियों, नन्हें-मुन्ने नातियों और गर्भवती पुत्रवधु को भाजपाई ED ने 15 घंटों से बैठा रखा है. क्या इतने निम्नस्तर पर उतर कर बीजेपी हमसे राजनीतिक लड़ाई लड़ेगी? संघ और भाजपा के विरुद्ध मेरी वैचारिक लड़ाई रही है और रहेगी. इनके समक्ष मैंने कभी भी घुटने नहीं टेके हैं और मेरे परिवार एवं पार्टी का कोई भी व्यक्ति आपकी राजनीति के समक्ष नतमस्तक नहीं होगा."

Advertisement

कल ये कहा था...
रोहिणी आचार्य ने कल ईडी की छापेमारी को भावनात्मक मुद्दा बनाया था. रोहिणी आचार्य ने कल एक के बाद एक कई ट्वीट कर लिखा, "आप देखे ये लोग कैसे 12 घंटे से तंग कर रहे हैं? इनकी दुश्मनी पापा, भाई से है, तो लड़े उनसे लेकिन बहनों के 5 छोटे बच्चे हैं, जो की 4 - 8 साल के हैं. बिना खाए-पीये बंद हैं और भाभी भी प्रेग्नेंट हैं. कुछ कॉम्प्लिकेसन के कारण दिल्ली में ही हैं. देखें कैसे सुबह से ही सब को परेशान किए हुए है..अगर भाभी को या इनके होने वाले बच्चे को कुछ हुआ तो कौन ज़िम्मेदार होगा? बताए ये मोदी सरकार और इनके तीन जमाई ? अरे शर्म करो और इंसानियत के नाम पे तो बच्चों और प्रेग्नेंट भाभी को तंग ना करो ..तुमलोग और कितना गिरोगे. समय बलवान होता है. पंद्रह साल पुराने बंद केस को खोलकर ... क्या साबित करना चाहते हो ? कुछ तो शर्म करो.... तुमलोगों का भी वक्त नजदीक है. यह अन्याय हम याद रखेंगे. सब याद रखा जाएगा...

Advertisement
Advertisement

यह है मामला...
'लैंड फॉर जॉब' स्कैम से जुड़े मनी लांड्रिंग के मामले में ईडी ने कल लालू यादव से जुड़े 15 जगहों पर छापा मारा. ईडी की ये रेड तेजस्वी यादव और आरजेडी नेता अबू दुजाना के अलावा दिल्ली में तेजस्वी यादव की बहन हेमा यादव और गाजियाबाद में बहन रागिनी के यहां भी पड़ी. इस मामले में लालू यादव और उनका परिवार आरोपी हैं. लालू यादव और राबड़ी देवी से पिछले दिनों सीबीआई की टीम ने पूछताछ भी की थी. लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री के पद पर रहने के दौरान उनके परिवार को तोहफे में भूखंड प्राप्त होने या इसे बेचने के बदले में लोगों को रेलवे में कथित तौर पर नौकरी दिये जाने से संबद्ध है. अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने मामले में आपराधिक षड्यंत्र और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत प्रसाद, उनकी पत्नी एवं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ एक आरोपपत्र दाखिल किया था और सभी आरोपियों को 15 मार्च को तलब किया गया है. 

Advertisement

यह भी पढ़ें-
"लोकतंत्र की हत्या का कुत्सित प्रयास'' : लालू यादव के यहां ईडी की छापेमारी पर मल्लिकार्जुन खरगे
"महागठबंधन का खामियाजा उठा रहे हैं, कोई सबूत नहीं": लालू यादव के खिलाफ केस पर JDU

Featured Video Of The Day
Parliament Winter Session: संसद में Baba Saheb Ambedkar के मुद्दे पर हंगामा | Sawaal India Ka