लखीमपुर खीरी केस (Lakhimpur Kheri Case) में किसानों को कुचलने के मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) आज (शनिवार, 9 अक्टूबर) यूपी पुलिस क्राइम ब्रांच के समक्ष पेश हुए. इस दौरान पुलिस वाले उन्हें एस्कॉर्ट करते हुए दिखे. क्राइम ब्रांच के दफ्तर में पुलिसवालों ने मिश्रा को पिछले दरवाजे से एंट्री कराई. पुलिस ने उन्हें सीआरपीसी की धारा 160 के तहत समन भेजा है.
माना जा रहा है कि अगर पुलिस (UP Police) आशीष के जवाब से संतुष्ट नहीं होती है तो उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है. इसको देखते हुए लखीमपुर खीरी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इससे पहले आशीष मिश्रा के वकील अवधेश कुमार ने कहा कि उनके मुवक्किल आज पुलिस के सामने पेश होंगे. उन्होंने कहा कि हम नोटिस का सम्मान करेंगे और जांच में हरसंभव सहयोग करेंगे.
वहीं लखीमपुर केस में किसी भी दबाव के तहत किसी भी कार्रवाई से यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) ने इनकार किया है. यूपी के सीएम ने कहा है कि उनकी सरकार किसी पर भी महज आरोपों के आधार पर कार्रवाई नहीं करेगी. मुख्यमंत्री का कहना है कि ठोस सबूतों के आधार पर मामले में कार्रवाई की जाएगी.
'बिना सबूत नहीं होगी कोई गिरफ्तारी', लखीमपुर खीरी हिंसा कांड पर बोले CM योगी आदित्यनाथ
पिछले रविवार (03 अक्टूबर) को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों पर केंद्रीय मंत्री के बेटे द्वारा कथित गाड़ी चढ़ाने से चार किसानों की मौत हो गई थी. इसके बाद भड़की हिंसा में चार और लोगों की मौत हो गई थी. किसानों ने दर्ज FIR में आरोप लगाया है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा ने प्रदर्शनकारी किसानों पर गाड़ी चढ़ाकर उन्हें रौंदने की कोशिश की, जिसमें चार किसानों की मौत हो गई है.
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद अभी तक न तो आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी की जा सकी है और न ही उससे पुलिस पूछताछ कर सकी है. कल ही पुलिस ने केंद्रीय मंत्री के घर मंत्री पुत्र को पूछताछ के लिए हाजिर होने का दूसरा समन चस्पा किया था. इससे पहले गुरुनार को भी ऐसा ही समन चस्पा किया गया था लेकिन आशीष मिश्रा शुक्रवार को पुलिस के पास नहीं पेश हो सके.
पुलिस ने मामले में गुरुवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया है. मामले में आशीष मिश्रा समेत कुल सात लोग आरोपी हैं. दो आरोपियों की हिंसा में मौत हो चुकी है, जबकि एक अज्ञात है.