कोलकाता रेप-मर्डर केस : डॉक्टर के माता-पिता ने कहा- पुलिस शुरू से ही सबूत मिटाने की कोशिश करती रही

महिला ट्रेनी डॉक्टर के माता-पिता ने कोलकाता में रविवार को आयोजित विशाल विरोध मार्च में हिस्सा लिया, मां ने कहा, "सरकार, प्रशासन और पुलिस ने मामले की शुरुआत से ही हमारे साथ सहयोग नहीं किया."

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कोलकाता:

पिछले महीने रेप और हत्या की शिकार हुई कोलकाता की ट्रेनी डॉक्टर के माता-पिता ने कोलकाता पुलिस पर मामले की शुरुआत से ही सबूत नष्ट करने का प्रयास करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कोलकाता में रविवार को विशाल विरोध मार्च में हिस्सा लिया. ट्रेनी महिला डॉक्टर की मां ने कहा, "सरकार, प्रशासन और पुलिस ने मामले की शुरुआत से ही हमारे साथ सहयोग नहीं किया." 

उन्होंने कहा कि पुलिस ने "शुरुआत से ही" सबूत नष्ट करने की कोशिश की. उन्होंने कहा, "मैं अनुरोध करती हूं कि जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता, तब तक सामूहिक विरोध जारी रहना चाहिए."

मृत महिला डॉक्टर के पिता ने कहा कि सामूहिक विरोध प्रदर्शन से उन्हें उम्मीद जगी है कि न्याय मिलेगा. उन्होंने कहा, "मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि वे हमारे साथ रहें. मुझे पता है कि न्याय इतनी आसानी से नहीं मिलेगा. हमें न्याय सुनिश्चित करना होगा. मुझे उम्मीद है कि लोग हमारे साथ रहेंगे क्योंकि वे हमारी ताकत का मुख्य स्रोत हैं."

गत चार सितंबर को महिला के पिता ने पुलिस पर जानबूझकर एफआईआर दर्ज करने में देरी करने का आरोप लगाया था. उन्होंने यह भी दावा किया था कि एक पुलिस अधिकारी ने उन्हें पैसे देने की पेशकश की थी और मामले को सुलझाने के लिए उन्हें मनाने की कोशिश की थी.

उन्होंने कोलकाता पुलिस के एक अन्य अधिकारी पर भी मीडिया में गलत बयानों के जरिए लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया, तब भी जब मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी सीबीआई को सौंप दिया गया है.

इससे पहले उन्होंने यह भी दावा किया था कि वे अपनी बेटी के शव को दूसरे पोस्टमॉर्टम के लिए सुरक्षित रखना चाहते थे, लेकिन उन्हें उसका अंतिम संस्कार करने के लिए मजबूर किया गया.

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उसके पिता ने कहा, "करीब 300-400 पुलिसकर्मियों ने हमें घेर लिया. हम घर लौटे तो पाया कि करीब 300 पुलिसकर्मी बाहर खड़े थे. उन्होंने ऐसी स्थिति पैदा कर दी कि हमें उसका अंतिम संस्कार करने के लिए मजबूर होना पड़ा." इससे एक बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया. तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि राजनीतिक दलों को शोकाकुल माता-पिता को अकेला छोड़ देना चाहिए.

राज्य मंत्री शशि पांजा ने कहा, "यहां कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए. राजनीतिक दलों को उन्हें परेशान नहीं करना चाहिए."

सोमवार को सुप्रीम कोर्ट इस मामले की सुनवाई करेगा. इस दौरान सीबीआई की ओर से मामले में अपनी रिपोर्ट पेश किए जाने की उम्मीद है. इस मामले की सुनवाई कलकत्ता हाईकोर्ट ने भी की थी. उसने माता-पिता की अपील के बाद मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी.

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हालांकि इस बलात्कार और हत्या नृशंस वारदात के विरोध में प्रदर्शनों ने अपना अलग ही रूप ले लिया है. अपनी इकलौती बेटी को खो चुकी मां ने आज कहा, "अब ये सभी प्रदर्शनकारी मेरे बच्चे हैं."

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