आगामी 19 अप्रैल भारतीय रेल के लिए एक ऐतिहासिक दिन होने वाला है. मोदी सरकार इस दिन जम्मू-कश्मीर को राज्य की पहली वंदे भारत ट्रेन देने जा रही है. जम्मू से श्रीनगर जाने वाली पहली वंदे भारत ट्रेन को पीएम मोदी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. इसी के साथ भारतीय रेल कश्मीर से कन्याकुमारी तक अपनी कनेक्टिविटी स्थापित कर लेगी.
कश्मीर के लिए स्पेशल वंदे भारत
मोदी सरकार ने कश्मीर को विशेष वंदे भारत ट्रेन देने का फैसला किया है. कश्मीर की पहली वंदे भारत चेयर कार से सुसज्जित होगी. इसमें विश्वसनीयता, सुरक्षा और यात्रियों के आराम को सुनिश्चित करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक एवं उन्नत सुविधा प्रदान की गई है. चूंकि कश्मीर की जलवायू और तापमान बहुत ठंडा होता है इसलिए इस वंदे भारत को यहां के जलवायु परिस्थितियों के मुताबिक डिजाइन किया गया है ताकि यात्रियों को असुविधा ना हो. सड़क मार्ग से जम्मू से कटरा की दूरी तय करने में आज भी करीब छह से सात घंटे का समय लगता है लेकिन यह वंदे भारत जम्मू के कटरा से कश्मीर के श्रीनगर की दूरी महज तीन घंटे में पूरी करेगी.
सिलिकॉन हीटिंग पैड और हीटेड प्लंबिंग पाइपलाइन की व्यवस्था
जम्मू-कश्मीर जैसे सर्द मौसम वाले क्षेत्र में सुचारू रेल संचालन सुनिश्चित करने के लिए इस वंदे भारत ट्रेन में विशेष तकनीकी सुविधाएं प्रदान की गई हैं. इसमें सिलिकॉन हीटिंग पैड की व्यवस्था की गई है जो वॉटर और बायो-टॉयलेट टैंकों में पानी को जमने से रोकेंगे. इनमें ओवरहीट प्रोटेक्शन सेंसर भी लगे हैं, जो यह सुनिश्चित करता है कि शून्य या माइनस तापमान में भी रेल संचालन सुचारू रूप से चले. कश्मीर के कुछ जिलों में तापमान जीरो डिग्री तक पहुंच जाता इसलिए इसमें हीटेड प्लंबिंग पाइपलाइन लगाए गए हैं जिसके सेल्फ-रेगुलेटेड हीटिंग केबल्स पानी को जमने से रोकेंगे.
आंधी और बर्फबारी से भी है सुरक्षित
भारतीय रेल ने इस वंदे भारत ट्रेन को विशेषकर कश्मीर की परिस्थिति के अनुसार बनाया है. सर्द मौसम में विंडशील्ड पर ओस आ जाने से विजिबिलिटी कम हो जाती है. इसलिए इसमें एंबेडेड हीटिंग एलिमेंट लगाया गया है जो सर्द मौसम में विंडशील्ड को डी-फ़्रॉस्ट कर ड्राइवर को क्लियर विज़न प्रदान करेंगे. बर्फबारी और आंधी से बचने के लिए एंटी-स्पॉल लेयर लगाया गया है. यह लेयर ट्रेन संचालक को सुरक्षित ट्रेन के संचालन में सहायता करेगा.