ऐसा लगता है कि गुजरात के ब्रिज हादसे से भी देश के लोगों ने सबक नहीं लिया है. मोरबी में भारी भीड़ के कारण हुए ब्रिज हादसे के महज दो दिन बाद ही कुछ पर्यटक गैरजिम्मेदाराना व्यवहार करते हुए कर्नाटक में एक नदी पर बने छोटे suspension ब्रिज पर कार लेकर पहुंच गए. बाद में स्थानीय लोगों ने विरोध करते हुए इन पर्यटकों को तुरंत ब्रिज पर से कार हटाने के लिए मजबूर किया. यदि ऐसा नहीं किया जाता तो कार के भार के कारण संकरा केबल ब्रिज का ढांचा क्षतिग्रस्त हो सकता था. वायरल हुए एक वीडियो में खतरे से बेखबर पर्यटकों को कार को लेकर स्थानीय यात्रियों के साथ बहस करते हुए देखा जा सकता है. ये पर्यटक ब्रिज पर मारुति 800 कार चलाने को लेकर अड़े हुए थे.
आखिरकार, दो लोगों ने धक्का देकर कार को ब्रिज के दो निकास द्वारों में से एक से बाहर निकाला. कार को बाहर निकालने के दौरान ब्रिज का स्ट्रक्चर हिल रहा था. इस दौरान ब्रिज पर लोगों के एक बड़े ग्रुप को कार के पीछे देखा जा सकता है. गौरतलब है कि शिवपुरा हैंगिंग ब्रिज, कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले के येल्लापुर कस्बे को लोकप्रिय टूरिस्ट हॉटस्पॉट है. स्थानीय निवासियों के मुताबिक, ये टूरिस्ट महाराष्ट्र से थे. पुलिस ने कहा कि वह इस मामले को देख रही है और केस दर्ज कर सकती है.
बता दें, गुजरात के केबल ब्रिज हादसे में फोरेंसिक टीम ने पाया है लोगों की भारी भीड़ के कारण पुल ढह गया.टीम ने विश्लेषण के लिए भारी कटिंग टूल्स के साथ ब्रिज के धातु के नमूने निकाले. गुजरात के मोरबी में ब्रिज के कुछ केबलों को एक कंपनी द्वारा सात महीने के नवीनीकरण के दौरान नहीं बदला गया था. जानकारी के अनुसार मच्छु नदी पर बने इस पुल पर 100-150 लोगों के आने की क्षमता थी. हादसे के दिन यानी रविवार को इस पुल पर क्षमता से 5 गुना ज्यादा लोग सवार थे. 100 लोगों की क्षमता वाले पुल पर 400-500 लोग आ गए थे.
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