कर्नाटक चुनाव के नतीजे (Karnataka Elections Result) 13 मई को आने के बाद से कांग्रेस (Congress) अब तक मुख्यमंत्री का ऐलान नहीं कर सकी है. कर्नाटक का सीएम कौन बनेगा, इसे लेकर सिद्धारमैया (Siddaramaiah) और डीके शिवकुमार (DK Shivakumar)के बीच मजबूत दावेदारी है. मंगलवार को कांग्रेस आलाकमान ने कई दौर की बैठकें की, जो बेनतीजा रही. इसके बाद पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने बारी-बारी से डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया से मुलाकात की.
डीके शिवकुमार ने इस दौरान मल्लिकार्जुन खरगे का रेफरेंस भी दिया. उन्होंने कहा कि कैसे अपने कद और काम के बाद भी खरगे कर्नाटक के सीएम नहीं बन पाए थे. उन्होंने कहा, "अगर खरगे सीएम बनते हैं, तो भी मुझे कोई आपत्ति नहीं है."
सूत्रों ने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे से 45 मिनट की बैठक में डीके शिवकुमार ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद के लिए अपना पक्ष रखा. सूत्रों ने कहा कि शिवकुमार को यह नहीं बताया गया है कि उनके कट्टर प्रतिद्वंद्वी और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया अगले मुख्यमंत्री होंगे. इस मुद्दे पर केवल शिवकुमार से उनकी राय पूछी गई थी. सूत्रों ने बताया कि खरगे संतुलन बनाने की कोशिश कर रहे हैं. इसलिए बुधवार को भी एक और मीटिंग होगी.
सिद्धारमैया अधिकांश विधायकों की पसंद
ऐसी खबरें हैं कि मुख्यमंत्री के तौर पर सिद्धारमैया अधिकांश विधायकों की पसंद हैं. केंद्रीय पर्यवेक्षक टीम ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. इससे पहले मंगलवार को खरगे ने राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल के साथ मीटिंग की थी.
साधारण विधायक के तौर पर काम करने को तैयार
इस बीच मल्लिकार्जुन खरगे से मीटिंग के बाद डीके शिवकुमार ने कहा, "अगर मुझे मुख्यमंत्री पद नही मिलता, तो मैं साधारण विधायक के तौर पर काम करने को तैयार हूं. जब से सिद्धारमैया पार्टी में आए हैं वह हमेशा पावर में रहे हैं. या तो एलओपी (लीडर ऑफ अपोजिशन) के तौर पर या फिर मुख्यमंत्री के तौर पर. मैं पार्टी के फैसले का इंतजार करूंगा."
पार्टी को बताया था मां
इससे पहले शिवकुमार ने कहा था, 'एक मां अपने बच्चे को सब कुछ देती है. सोनिया गांधी हमारी आदर्श हैं. कांग्रेस हर किसी के लिए परिवार की तरह है. हमारा संविधान बेहद महत्वपूर्ण है. हमें सभी के हितों की रक्षा करनी है. लोकसभा में 20 सीट जीतना हमारा अगला लक्ष्य है.'
सरकार बनाने के 3 फॉर्मूले पर चर्चा
रिपोर्ट को मुताबिक, मीटिंग में सरकार बनाने के 3 फॉर्मूले पर चर्चा हुई है. अब देखना है कि कर्नाटक में कांग्रेस किस फॉर्मूले पर आगे बढ़ेगी. क्या ढाई-ढाई साल के सीएम का फॉर्मूला होगा या कर्नाटक को एक सीएम और एक डिप्टी सीएम मिलेगा. या सभी समुदायों को बैंलेस करने के लिए तीसरे फॉर्मूले पर पार्टी काम करेगी.
कांग्रेस ने कर्नाटक में जीतीं 135 सीटें
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 135 सीटों के साथ जोरदार जीत हासिल की, जबकि बीजेपी को 66 और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के नेतृत्व वाले जनता दल (सेक्युलर) को 19 सीटें मिली हैं.
ये भी पढ़ें:-
कर्नाटक से BJP ने लिया सबक, राजस्थान-MP और छत्तीसगढ़ में SC-ST सीट पर करेगी फोकस
कांग्रेस के लिए क्यों ‘खास' है कर्नाटक की जीत
कर्नाटक CM पर आज भी बेनतीजा रही कांग्रेस की बैठक, सिद्धारमैया-शिवकुमार को दिल्ली में रहने को कहा