कंझावला मामला : पीड़ित परिवार के घर एलईडी हुआ चोरी, पुलिस पर उठे सवाल

1 जनवरी को अंजलि सिंह (20) की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी थी और युवती को सुल्तानपुरी से कंझावला तक लगभग 12 किलोमीटर घसीटती हुई ले गई. घटना में युवती की मौत हो गई थी.

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अंजलि का शव बाहरी दिल्ली के कंझावला में मिला था.
नई दिल्ली:

कंझावला मामले की मृतका अंजलि के घर करन विहार में चोरी की घटना हुई है. जानकारी के अनुसार ताला तोड़कर एलसीडी की चोरी की गई है. वहीं इस मामले को लेकर अंजलि के मामा ने एक बार फिर पुलिस को आड़े हाथों लिया है. दरअसल घटना के बाद अंजलि का परिवार अपना घर छोड़कर मामा के यहां सुल्तानपुरी में रह रहा था. इस मामले में पीड़िता का परिवार शुरू से ही पुलिस की तहकीकात पर सवाल उठा रहा है.

गौरतलब है कि 1 जनवरी को अंजलि सिंह (20) की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी थी और युवती को सुल्तानपुरी से कंझावला तक लगभग 12 किलोमीटर घसीटती हुई ले गई. घटना में युवती की मौत हो गई थी. अंजलि का शव बाहरी दिल्ली के कंझावला में मिला था. कथित तौर पर कार सवार लोगों समेत सात पर गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

घटना के वक्त अंजलि के साथ उसकी दोस्त निधि भी मौजूद थी. जो कि घटना के बाद वहां से भाग गई थी.   पुलिस ने इस मामले में पहले दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल को गिरफ्तार किया था. बाद में, आशुतोष और अंकुश खन्ना को गिरफ्तार किया गया था. हालांकि हालांकि सातवें आरोपी अंकुश खन्ना को दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने जमानत दे दी. उसे 20 हजार रुपये के निजी मुचलके पर जमानत मिली है. इस मामले में पुलिस ने इससे पहले छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था. अंकुश खन्ना ने शुक्रवार को सरेंडर कर दिया. अंकुश कार चला रहे मुख्य आरोपी अमित खन्‍ना का भाई है.

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