कंगना रनौत की मुश्किलें बढ़ीं, सिखों के खिलाफ अपमानजनक बयान पर हुई FIR

डीएसजीएमसी ने आरोप लगाया कि कंगना रनौत ने जानबूझकर और इरादतन किसानों के विरोध (किसान मोर्चा) को खालिस्तानी आंदोलन के रूप में पेश किया. सिख समुदाय को खालिस्तानी आतंकी भी करार दिया था.

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कंगना रनौत के खिलाफ दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति ने दर्ज कराई थी शिकायत
मुंबई:

बेबाक बयानों के लिए बदनाम बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. सिख समुदाय के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में उनके खिलाफ महाराष्ट्र पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. सिख समुदाय (Sikh Community) के अमरजीत सिंह संधू की शिकायत पर कंगना के खिलाफ ये एफआईआर दर्ज की गई है. खार पुलिस ने 295 ( A) के तहत कंगना रनौत पर ये मामला दर्ज किया है.सिखों के एक संगठन ने कंगना रनौत के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग करते हुए सोमवार को मुंबई में एक शिकायत दर्ज कराई थी.

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इसमें आरोप लगाया गया है कि अभिनेत्री ने सोशल मीडिया पोस्ट में सिख समुदाय के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया था. खार पुलिस थाना के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (DSGMC) से एक शिकायत प्राप्त हुई और वह इस पर गौर कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अकाली दल के नेता एवं डीएसजीएमसी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने रनौत के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई.

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डीएसजीएमसी ने आरोप लगाया कि रनौत ने जानबूझकर और इरादतन किसानों के विरोध (किसान मोर्चा) को खालिस्तानी आंदोलन के रूप में पेश किया. सिख समुदाय को खालिस्तानी आतंकी भी करार दिया था. इस पोस्ट में उन्होंने 1984 और उससे पहले नरसंहार को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की ओर से एक सुनियोजित कदम के रूप में बताया.

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शिकायत में कहा गया है कि रनौत ने सिखों के खिलाफ बहुत आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है. शिकायत में कहा गया कि कंगना का बयान अपमानजनक, और तिरस्कारपूर्ण है. इससे विश्व भर में सिख समुदाय की भावनाओं को चोट पहुंची है. डीएसजीएमसी ने कंगना रनौत के खिलाफ धारा 295 (ए) और आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग रखी है. कंगना रनौत पर इससे पहले देश को आजादी दिलाने वाले नायकों के अपमान का भी आरोप लगा है.

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हाल ही में पद्म श्री सम्मान पाने वाली कंगना ने कहा था कि भारत को 1947 में मिली आजादी तो भीख थी, असली स्वतंत्रता तो देश को 2014 में जाकर मिली है. कंगना रनौत महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर भी विवादित टिप्पणी कर आफत मोल ले चुकी हैं.गीतकार जावेद अख्तर के खिलाफ बयान को लेकर मानहानि का एक मामला अदालत में चल रहा है.

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