वक्फ (संशोधन) विधेयक पर विचार करने के लिए बनी संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की रिपोर्ट गुरुवार को जैसे ही राज्यसभा में पेश हुई, इसे लेकर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने दावा किया कि वक्फ बिल के मसौदे में गंभीर संवैधानिक खामियों और विसंगतियां हैं. राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि इस रिपोर्ट में कई चीजों को काटछांट दिया गया है. ये पूरी रिपोर्ट नहीं है, इसलिए इसे फिर से जेपीसी के पास भेजना चाहिए. लेकिन केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि रिपोर्ट में किसी भी चीज को हटाया नहीं गया है. जेपीसी के चेयरमैन जगदम्बिका पाल ने बताया कि आज ये रिपोर्ट लोकसभा में भी पेश होगी. उन्होंने कहा कि लोकसभा और राज्यसभा के पटल पर रखी गई यह रिपोर्ट पिछले छह महीनों की लगातार बैठकों के बाद तैयार हुई है और हम इसे आज प्रस्तुत कर रहे हैं.
नड्डा बोले-कुछ लोग देश के खिलाफ लड़ रहे
राज्यसभा में वक्फ बोर्ड पर JPC की रिपोर्ट पेश होने के बाद विपक्ष ने हंगामा किया और फिर सदन से वॉकआउट कर दिया. इस पर जेपी नड्डा ने कहा, 'विपक्ष अब वॉकआउट कर रहा है. ये सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं होना चाहते हैं. सदन की कार्यवाही के दौरान कुछ सदस्यों ने नियमों का उल्लंघन भी किया. सारी चर्चा में एक बात सामने आई कि विपक्ष का उद्देश्य चर्चा करना कतई नहीं था. विपक्ष का उद्देश्य राजनीतिक दृष्टि से अपना प्वाइंट स्कोर करने का था. ये दुख की बात है कि संसदीय कार्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि रिपोर्ट से किसी बात को डिलीट नहीं किया गया है. हमारे एक मंत्री ने ये भी स्पष्ट किया कि चेरयमैन को अधिकार है कि वह किसी भी चीज को डिलीट कर सकता है. लेकिन कुछ डिलीट नहीं किया गया है. इसके बावजूद विपक्ष ने बहुत गैरजिम्मेदार व्यवहार किया है. इसकी निंदा होनी चाहिए, ये तुष्टिकरण की राजनीति है. ये देश को कमजोर करने के लिए साजिश की गई. कुछ लोग देश को तोड़ने की साजिश कर रहे हैं. कुछ लोग भारत देश के खिलाफ लड़ रहे हैं. कांग्रेस आौर जो विपक्षी पार्टियां आज वॉकआउट कर रही हैं, वो रिकॉर्ड में आना चाहिए, क्योंकि ऐसा करके ये देश को तोड़ने वाली शक्तियों के हाथ मजबूत कर रहे हैं.'
खरगे बोले- नियमों का हुआ उल्लंघन, रिजिजू ने आरोपों को किया खारिज
वक्फ (संशोधन) विधेयक पर जेपीसी रिपोर्ट पर राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, 'इस बिल को लेकर हमें कुछ आपत्तियां जताई थीं.सरकार ने हमारे डिसेंट ऑफ नोट भी हटा दिये. कई नियमों का उल्लंघन हुआ. ऐसी फर्जी रिपोर्ट को हम कभी नहीं मानेंगे इस बिल को एक बार फिर से जेपीसी के पास भेजना चाहिए. फिर से रिपोर्ट पर विचार होना चाहिए. ऐसा कई बार पहले भी हो चुका है.' इस पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने आपत्ति जताई और कहा कि किसी नियम का उल्लंघन नहीं हुआ है. किसी भी बात को काटा नहीं गया है. पूरी की पूरी रिपोर्ट को पेश किया जा रहा है. इस रिपोर्ट को आज सिर्फ टेबल किया गया, फिर कैसे कहां जा सकता है कि इसमें क्या है और क्या नहीं? जब इस रिपोर्ट पर चर्चा होगी, तो विपक्ष अपनी आपत्ति जता सकता है.
सभापति धनखड़ विपक्ष पर भड़के, बोले- आप अपमान कर रहे...
राज्यसभा की कार्यवाही एक बार स्थगित होने के बाद फिर शुरू हुई, तो सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पारित करने को लेकर राष्ट्रपति का संदेश पढ़ा. इस दौरान भी विपक्ष का हंगामा जारी रहा. इस बीच सभापति जगदीप धनखड़ काफी भड़क भी गए उन्होंने हंगामा कर रहे विपक्षी सांसदों को कहा, 'कृपया आप लोग अपनी सीट पर बैठ जाइए... मुझे एक्शन लेने पर मजबूर मत कीजिए. आप संसद के सदस्य होने का अपमान कर रहे हैं. आप स्थिति को समझिए.' इसके बाद लीडर ऑफ द हाउस जेपी नड्डा उठे और उन्होंने विपक्ष को शांत करने का प्रयास किया. उन्होंने कहा, 'सभापति जी, संसद के अंदर वाद-विवाद, विषयों को लेकर चर्चा होती है, प्रजातंत्र में हम एक बात मानते हैं- हम सहमत हो सकते हैं या असहमत'. इसलिए चर्चा के साथ, हमें परंपराओं का ध्यान रखना चाहिए. और संवैधानिक तरीके से सदन की कार्यवाही को चलाना चाहिए.'
आज वक्फ बोर्ड, तो कल गुरुदद्वारे... AAP सांसद संजय सिंह
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने वक्फ बोर्ड पर JPC की रिपोर्ट पर कहा कि वह इस जेपीसी के सदस्य रहे हैं. उन्होंने कहा, 'हमारा देश विविधिता में एकता के लिए जाना जाता है. यहां आप किसी की बात पर सहमत हो सकते हैं, किसी की बात पर असहमत हो सकते हैं, लेकिन किसी कि रिपोर्ट के कूड़ेदान में कैसे फेंक सकते हैं? आज वक्फ बोर्ड की संपत्ति को जब्त होने की बात हो रही है, कल गुरुद्वारे और फिर मंदिरों पर बात आएगी.'
जेपीसी रिपोर्ट पर संसद में हंगामा
राज्यसभा में भारी हंगामे के बीच वक्फ (संशोधन) विधेयक पर जेपीसी रिपोर्ट बीजेपी सांसद मेधा विश्राम कुलकर्णी ने पेश की. इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने भारी हंगामा किया, जिसमें बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया. उधर, राज्यसभा में भी इस रिपोर्ट को लेकर विपक्ष हमलावर नजर आया. विपक्ष के सांसद वक्फ बिल वापस लेने की मांग करते हुए वेल में आकर नारेबाजी लगे. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी सदन में हंगामे के बाद कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. इससे पहले कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने दावा किया कि हमने जेपीसी में बातचीत के दौरान वक्फ बिल के मसौदे में संवैधानिक खामियों को उजागर किया है. हमें उम्मीद है कि सरकार इन संवैधानिक खामियों को गंभीरता से लेगी और विचार करेगी.