नरेंद्र मोदी आज तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. मोदी के साथ कुछ नेताओं ने भी मंत्री पद के लिए शपथ ग्रहण की, जिसमें एक नाम हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी का भी है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी नरेंद्र मोदी सरकार में कैबिनेट में मंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की है.
जीतन राम मांझी गया लोकसभा सीट से चुनाव जीत संसद पहुंचे हैं. मांझी 20 मई 2014 से 20 फरवरी 2015 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे. मांझी दलित समुदाय से आते हैं. वे पहली बार वर्ष 1980 में विधायक चुने गए थे. मांझी बिहार के अलग अलग सरकारों में मंत्री भी रहे हैं.
नीतीश कुमार के करीबी रहे मांझी को जब सीएम पद से हटाया गया तो उन्होंने बगावत कर दिया और जेडीयू से अलग हो गए. जीतन राम मांझी ने जदयू से अलग होने के बाद हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा का गठन किया.
मांझी का जन्म बिहार राज्य के गया जिले की खिजरसराय के महकार गांव में हुआ. उनके पिता का नाम रामजीत राम मांझी है जो खेतिहर मजदूर थे. उन्होंने गया महाविद्यालय से 1966 में स्नातक तक की शिक्षा प्राप्त की. वो महा दलित मुसहर समुदाय से हैं. मांझी कुछ दिनों तक नौकरी की, फिर बाद में उन्होंने नौकरी भी छोड़ दी.
मांझी नौकरी छोड़ने के बाद राजनीति में कदम रखा और 1980 में निर्वाचित हुए. इसके बाद 1990 और 1996 में एक भी विधायक चुना गया. गया के बाराचट्टी से बिहार विधान सभा के लिए चुना गए.. 2008 में उन्हें बिहार में मंत्री चुना गया.
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