विधानसभा में हेमंत सोरेन ने कहा कि 31 तारीख देश का काला अध्याय है. देश में पहली बार किसी मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी हुई. इसमें राजभवन भी शामिल रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर आरोप साबित हुए, तो राजनीति ही नहीं, झारखंड भी छोड़ दूंगा. झारखंड के नए मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के लिए आज का दिन बहुत अहम है. विधानसभा में उन्हें बहुमत हासिल करना है. इससे पहले राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने सत्र का शुरुआती अभिभाषण दिया. झारखंड विधानसभा सदन में चंपाई सोरेन सरकार के विश्वास मत की प्रक्रिया अब शुरू हो रही है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के तमाम विधायक विधानसभा में मौजूद हैं. महागठबंधन के सभी विधायक बस से एक साथ विधानसबा पहुंचे हैं. विश्वास मत के लिए वोटिंग करने पूर्व सीएम हेमंत सोरेन भी विधानसभा पहुंचे हैं.. उन्हें ED की टीम साथ लेकर आई है.
जेएमएम नेतृत्व वाले 40 विधायक, जो भाजपा द्वारा खरीद-फरोख्त की आशंकाओं के बीच हैदराबाद चले गए थे, मतदान में हिस्सा लेने के लिए रविवार शाम को रांची लौट आए थे. चंपाई सोरेन को विश्वास है कि उनकी जीत होगी.
Jharkhand Floor Test Highlights:
झारखंड के मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन के फ्लोर टेस्ट से पहले झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे कोर्ट का आदेश है... मीडिया से बात नहीं करनी है. अब मुझे इंतजार है कि अब विधानसभा से लोग कब अरेस्ट होंगे. लोकसभा और राज्यसभा से कब गिरफ्तार होंगे. इस समय देश की बड़ी विचित्र स्थिति है.
झारखंड के मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन के फ्लोर टेस्ट से पहले झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा, "मुझे कोई गम नहीं कि मुझे आज ED ने पकड़ा है. झारखंड मुक्ति मोर्चा का उदय झारखंड के मान, सम्मान, स्वाभिमान को बचाने के लिए हुआ है और जो भी बुरी नज़र डालेगा उसे हम मुंह तोड़ जवाब देंगे..."
झारखंड के मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन के फ्लोर टेस्ट से पहले झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा, "यह झारखंड है, यह देश का एक ऐसा राज्य है जहां हर कोने में आदिवासी-दलित वर्गों से अनगिनत सिपाहियों ने अपनी कुर्बानी दी है. ED-CBI-IT जिन्हें देश के विशेष और काफी संवेदनशील व्यवस्थाएं कहीं जाती हैं. जहां करोड़ों रुपये डकार कर इनके सहयोगी विदेश में जा बैठे हैं, उनका एक बाल बांका करने की इनके पास औकात नहीं है. अगर है हिम्मत तो सदन में कागज पटक कर दिखाए कि यह साढ़े 8 एकड़ की ज़मीन हेमंत सोरेन के नाम पर है, अगर हुआ तो मैं उस दिन राजनीति से अपना इस्तीफा दे दूंगा."
हेमंत सोरेन ने कहा कि ये लोग नहीं चाहते कि देश के आदिवासी सर्वोच्च स्थान पर पहुंचे, इसलिए आरोप लगाए जा रहे हैं. अगर आरोप साबित हुए, तो मैं राजनीति ही नहीं झारखंड भी छोड़ दूंगा. मैं आंसू नहीं बहाऊंगा, क्योंकि आदिवासियों के आंसुओं का कोई मोल नहीं होता है.
इनका बस चले तो हमें दोबारा जंगल भेज दें. लेकिन ये लोग मुझे जेल भेजकर सफल नहीं होंगे. आदिवासी, दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है. इनको आदिवासी और दलितों से घृणा है.
झारखंड सरकार को गिराने के लिए सुनियोजित साजिश रची गई. मेरी गिरफ्तारी देश के लोकतंत्र के लिए काला दिन था. ये हमें अछूत मानते हैं. 2022 में ही मेरी गिरफ्तारी की पठकथा लिख दी गई थी.
विधानसभा में हेमंत सोरेन ने कहा कि 31 तारीख देश का काला अध्याय है. देश में पहली बार किसी मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी हुई. इसमें राजभवन भी शामिल रहा है.
विश्वास प्रस्ताव पेश करते हुए मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि झारखंड को अस्थिर करने की कोशिश की गई है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के गिरफ्तार नेता हेमंत सोरेन को विश्वास मत में हिस्सा लेने के लिए ईडी की टीम पहुंची है. पीएमएलए (धनशोधन रोकथाम अधिनियम) से संबंधित मामलों की सुनवाई वाली एक विशेष अदालत ने हेमंत सोरेन को विश्वास मत प्रक्रिया में भाग लेने की अनुमति दी है.