राज्यसभा में उपसभापति हरिवंश को लेकर भाजपा पशोपेश की स्थिति में है. हरिवंश जेडीयू के राज्य सभा सांसद हैं. सूत्रों के अनुसार बीजेपी से रिश्ता तोड़ने के बाद जेडीयू हरिवंश को उपसभापति पद से इस्तीफा देने को नहीं कहेगी. जेडीयू नेताओं का कबना है कि भले ही हरिवंश जदयु के सांसद हैं लेकिन उन्हें सदन का उपसभापति कई दलों के सांसदों ने मिलकर चुना है. लाजिमी है कि अब यह बीजेपी पर निर्भर करेगा कि वह हरिवंश को हटाएगी या नहीं.
अगर बीजेपी हरिवंश को हटा कर अपना सांसद उपसभापति बनाना चाहे तो उसे हरिवंश को हटाने के लिए राज्य सभा में प्रस्ताव लाना होगा. यानी एक तरह से यह हरिवंश के लिए राहत की बात है.
पिछले कुछ महीनों में हरिवंश बीजेपी के नजदीक आए हैं. विवादास्पद कृषि विधेयकों पर मत विभाजन न कराने के कारण हरिवंश विपक्ष के गुस्से का शिकार हुए थे. आठ सांसदों के निलंबन के बाद हरिवंश के फैसले के खिलाफ इन सांसदों ने संसद परिसर में ही धरना भी दिया था.