बिहार में जहरीली शराब से अब तक 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं इसको लेकर बयानबाजी भी तेज है. विपक्षी बीजेपी जहां नीतीश कुमार पर हमला कर रही है. वहीं सत्ता पक्ष भी देश के बीजेपी शासित राज्यों का उदाहरण दे रहा है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने देश के अन्य राज्यों में जहरीली शराब से मौत के आंकड़ों के साथ राज्यसभा सांसद सुशील मोदी पर निशाना साधा है.
ललन सिंह ने ट्वीट किया, "सुशील मोदी जी, जहरीली शराब बनाना और पिलाना एक आपराधिक प्रवृत्ति है जो अपराध की श्रेणी में आता है. यह सिर्फ सारण की घटना नहीं है, पूरे देश की घटना है. कुछ बोलने से पहले देशभर का आंकड़ा देखिए. भाजपा सहित पूरा बिहार मानव श्रृंखला बनाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया था, ध्यान है न...!"
जहरीली शराब से पिछले हफ़्ते छपरा में हुई मौत के मुद्दे पर विपक्षी दलों ने विधानसभा परिसर में भी जोरदार प्रदर्शन किया था. बीजेपी विधायक प्रदर्शन के दौरान हाथ में पोस्टर लिए हुए थे, इन पर लिखा था कि 'सरकार पस्त और अपराधी मस्त.'
इधर नीतीश कुमार ने भी इस मामले पर सख्त रवैया अपनाया हुआ है. वो शराब से हुई मौत मामलों में मुआवजे की घोषणा से साफ इनकार कर चुके हैं. बिहार में अप्रैल 2016 में नीतीश कुमार सरकार द्वारा शराब की बिक्री और इसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. हालांकि, शराब तस्करों के खिलाफ चल रहे अभियान के बावजूद राज्य में शराब की तस्करी जारी है.
इसके पहले भी बिहार में जहरीली शराब से मौत के मामले कई बार आ चुके हैं. ऐसे में नीतीश सरकार द्वारा की गई शराबबंदी पॉलिसी पर काफी सवाल उठ रहे हैं. नीतीश कुमार ने विपक्ष के घेरे जाने पर कहा कि हम गरीबों के लिए काम कर रहे हैं, ऐसे में शराबबंदी कोई मुद्दा नहीं है. लेकिन फिर भी बेकार की बातें हो रही है.