जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir)के राजौरी जिले (Rajouri Encounter) में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच दो दिन से एनकाउंटर चल रहा है. एनकाउंटर में भारतीय सेना (Indian Army) के 5 जवान शहीद हो गए. इसमें कैप्टन लेवल के 2 अधिकारी शामिल हैं. सुरक्षाबलों ने इस बीच 2 आतंकियों को मार गिराया है. बाकियों के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
राजौरी एनकाउंटर में शहीद होने वाले जवानों की पहचान कैप्टन एमवी प्रांजल, कैप्टन शुभम गुप्ता, हवलदार अब्दुल माजिद, लांस नायक संजय बिष्ट और पैराट्रूपर सचिन लॉर के रूप में हुई है.
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "कैप्टन एमवी प्रांजल, कैप्टन शुभम गुप्ता, हवलदार अब्दुल माजिद ने आतंकवादियों से हमारी रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया."
भारतीय सेना ने बाद में अन्य दो सैनिकों के नाम भी उजागर किए. इनकी पहचान लांस नायक संजय बिष्ट और पैराट्रूपर सचिन लौर के रूप में की गई है.
कैप्टन प्रांजल बेंगलुरु के बाहरी इलाके अनेकल में रहते थे. उनके परिवार के सदस्यों ने पीटीआई को बताया कि उनका पार्थिव शरीर गुरुवार शाम को शहर में आने की उम्मीद है. अनेकल के पास बन्नेरघट्टा में उन्हें आखिरी विदाई दी जाएगी.
जम्मू-कश्मीर : राजौरी में आतंकियों के साथ एनकाउंटर में सेना के दो अधिकारी और एक जवान शहीद
एचडी कुमारस्वामी ने कैप्टन प्रांजल को दी श्रद्धांजलि
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कैप्टन प्रांजल को श्रद्धांजलि दी है. कुमारस्वामी ने लिखा, "एक गर्वित कन्नड़ी कैप्टन एमवी प्रांजल को श्रद्धांजलि. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकवादियों के खिलाफ सैन्य अभियान के दौरान अपनी जिंदगी का बलिदान दिया."
योगी आदित्यनाथ ने दी श्रद्धांजलि
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कैप्टन शुभम गुप्ता को श्रद्धांजलि दी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा, "उत्तर प्रदेश सरकार दुख की इस घड़ी में बहादुर कैप्टन शुभम गुप्ता के शोक संतप्त परिवार के साथ है."
शोपियां एनकाउंटर: कश्मीरी पंडित की हत्या में शामिल दो आतंकी ढ़ेर, हथियार-गोला बारूद बरामद
एनकाउंटर में लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर ढेर
एनकाउंटर में ढेर हुए आतंकवादियों में एक की पहचान पाकिस्तानी स्नाइपर कारी के रूप में की गई है. कारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर था. वह पिछले एक साल से अपने ग्रुप के साथ राजौरी-पुंछ में एक्टिव था. उसे डांगरी और कंडी हमलों का मास्टरमाइंड भी माना जाता है.
कारी को जम्मू में आतंकवाद को दोबारा फैलाने के लिए भेजा गया था. वह IED में स्पेशलिस्ट था और गुफाओं से छिपकर काम करने वाला ट्रेंड स्नाइपर भी रहा था.
J&K: अनंतनाग में 3 अफसरों की शहादत का सुरक्षाबलों ने लिया बदला, LET कमांडर उजैर खान को किया ढेर