विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को यहां फलस्तीन के विदेश मंत्री डॉ रियाद अल-मलिकी से मुलाकात की और गाजा पट्टी में चल रहे संघर्ष पर ‘विस्तृत और व्यापक चर्चा' की. जयशंकर शुक्रवार से शुरू हुए दो-दिवसीय गुटनिरपेक्ष आंदोलन (एनएएम) शिखर सम्मेलन के लिए युगांडा की राजधानी कम्पाला में हैं.
जयशंकर ने अल-मलिकी के साथ भेंटवार्ता की एक तस्वीर सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘‘आज दोपहर कम्पाला में फलस्तीनी विदेश मंत्री डॉ. रियाद अल-मलिकी से मिलकर अच्छा लगा. ...गाजा में चल रहे संघर्ष पर विस्तृत और व्यापक चर्चा हुई.''
उन्होंने यह भी लिखा, ‘‘ इसके (संघर्ष के) मानवीय और राजनीतिक आयामों पर विचारों का आदान-प्रदान किया. (मैंने) द्विराष्ट्र समाधान के प्रति भारत का समर्थन दोहराया... संपर्क में बने रहने पर सहमति व्यक्त की.''
यह बैठक जयशंकर द्वारा एनएएम शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन में द्विराष्ट्र समाधान के प्रति भारत का समर्थन दोहराने के एक दिन बाद हुई है.
उन्होंने कहा था, “फिलहाल, गाजा में जारी संघर्ष स्पष्ट रूप से हमारे मस्तिष्क में सबसे पहले है. इस मानवीय संकट के लिए एक ऐसे स्थायी समाधान की आवश्यकता है, जो सर्वाधिक प्रभावित लोगों को तत्काल राहत दे सके.''
इजराइल और हमास के नेतृत्व वाले गुटों के बीच संघर्ष में गाजा पट्टी के 24,000 से अधिक लोग मारे गए हैं और प्रभावित लोगों को पानी, बिजली, भोजन और चिकित्सा सहायता के बिना दयनीय परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है.
दूसरी ओर, इजराइल में हमास के हमले में 1400 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं. इजराइल हमास द्वारा अब भी बंधक बनाकर रखे गये अपने 100 से अधिक लोगों की रिहाई पर जोर दे रहा है और गाजा पट्टी पर लगातार हमले जारी रखे हुए है.