माघ मेला में भी गूंजेगा 'जय श्रीराम'! एलईडी स्क्रीन के जरिए राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा उत्सव का होगा प्रसारण

सूचना विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार को माघ मेला अधिकारी दयानंद प्रसाद की अध्यक्षता में माघ मेले में आए सभी प्रमुख संतों एवं संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ एक विशेष बैठक हुई जिसमें सभी संत महात्माओं ने 22 जनवरी को माघ मेला क्षेत्र में दिव्य एवं भव्य रामोत्सव मनाने पर सहमति जताई.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins

प्रयागराज: आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर माघ मेला में आए साधु-संतों ने पूरे मेला क्षेत्र को रामधुन से गुंजायमान करने की इच्छा व्यक्त की है. मेला प्रशासन, मेला क्षेत्र में एलईडी स्क्रीन के जरिए प्राण प्रतिष्ठा का सजीव प्रसारण करेगा.

सूचना विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार को माघ मेला अधिकारी दयानंद प्रसाद की अध्यक्षता में माघ मेले में आए सभी प्रमुख संतों एवं संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ एक विशेष बैठक हुई जिसमें सभी संत महात्माओं ने 22 जनवरी को माघ मेला क्षेत्र में दिव्य एवं भव्य रामोत्सव मनाने पर सहमति जताई.

उन्होंने कहा कि बैठक में सभी संतो ने उस दिन (22 जनवरी) जगह-जगह दीपोत्सव कार्यक्रम, अखंड रामायण पाठ, सुंदरकांड पाठ और शाम को भव्य गंगा आरती के आयोजन की बात कही. वहीं, मेला प्रशासन एलईडी स्क्रीन के माध्यम से प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का सजीव प्रसारण करेगा.

बैठक में किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर कौशल्यानंद गिरी ने अपने शिविर में विशेष कार्यक्रम करने और पूरे परिसर को दीपों से सजाने की बात कही. खाक चौक के अध्यक्ष ने रामोत्सव मनाने की बात कही, वहीं खाक चौक के अन्य संन्यासियों ने सुंदरकांड पाठ करने और कई स्थानों पर 21 जनवरी से ही अखंड रामायण का पाठ शुरू करने की बात कही.

बैठक में खाक चौक के कुछ अन्य संन्यासियों ने 22 जनवरी को दीपावली की तरह दीपोत्सव मनाते हुए खाक चौक के 341 शिविरों में से प्रत्येक शिविर के सामने 108 दीप जलाने की बात कही. वहीं, आचार्य बाड़ा के महामंत्री ने राम लला की एक भव्य शोभा यात्रा निकालने की बात कही.
 

ये भी पढे़ं:- 

"हिटलर" बिगाड़ेगा काम? AAP संग सीट शेयरिंग पर बात के बीच कांग्रेस ने क्यों साधा निशाना

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Bangladesh पहुंचा Pakistan से चला दूसरा जहाज़, भेजे गए जहाज में क्या छिपा है?
Topics mentioned in this article