Pictures: देश भर में जय जगन्नाथ की गूंज... पुरी से पटना, बंगाल से अहमदाबाद तक की देखें तस्वीरें

देशभर में प्रभु जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाती है. वहीं, ओडिशा के पुरी की यात्रा सबसे बड़ी होती है. ओडिशा के पुरी से शुरू हुई यह जगन्नाथ यात्रा गुंडिचा मंदिर तक जाएगी. यह यात्रा 12 दिनों तक चलेगी.

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पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में उमड़ा आस्था का हुजूम.
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  • भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा 2025 का शुभारंभ शुक्रवार को हुआ.
  • रथ यात्रा पुरी के जगन्नाथ मंदिर से शाम 4 बजे शुरू हुई.
  • पहले भगवान बलभद्र का रथ खींचा गया, बाद में सुभद्रा और जगन्नाथ के रथ आए.
  • श्रद्धालुओं की भारी भीड़ ने पुरी में जय जगन्नाथ का उद्घोष किया.
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Jagannath Rath Yatra 2025: शुक्रवार को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का शुभारंभ हुआ. ओडिशा के पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर में शाम 4 बजे रथ यात्रा शुरू हुई. सबसे पहले भगवान बलभद्र का रथ खींचा गया. इसके बाद सुभद्रा और फिर भगवान जगन्नाथ के रथ खींचे गए. पहले दिन बलभद्र का रथ 200 मीटर तक खींचा गया, सुभद्रा-भगवान जगन्नाथ के रथ भी कुछ दूरी तक खींचे गए.

रथ यात्रा को लेकर पुरी में देश के अलग राज्यों से अलावा विदेशों से पहुंचे श्रद्धालुओं का हुजुम जुटा रहा. भक्तों की भारी भीड़ से पूरे पुरी में जय जगन्नाथ की गूंज सुनाई दी.  यहां रथ यात्रा के दौरान एक एंबुलेंस फंस गई थी. जिसे निकालने के लिए ह्यूमन चेन बनाई गई.

पुरी में जगन्नाथ रथ यात्रा अब अगले दिन शुरू होगी, क्योंकि सूर्यास्त के बाद रथ नहीं खींचे जाते. यह रथ यात्रा कल यानी शनिवार को 3 किमी दूर गुंडीचा मंदिर पहुंचेंगी. इसके बाद 9 दिन तक भगवान जगन्नाथ अपनी मौसी के यहां गुंडीचा मंदिर में ठहरेंगे. उनके साथ सुभद्रा और बलभद्र भी रहेंगे. 5 जुलाई को भगवान वापस मुख्य मंदिर लौट आएंगे.

इस विशेष अवसर पर भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ नगर भ्रमण पर निकलते हैं. यह रथयात्रा विभिन्न राज्यों में निकाली जा रही है. 

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ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा, “करोड़ों ओड़िसावासियों के आभूषण 'भगवान जगन्नाथ की पावन रथ यात्रा' के अवसर पर सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. मैं चतुर्धामूर्ति के चरण कमलों में राज्य के विकास एवं सभी के कल्याण एवं उन्नति की प्रार्थना करता हूं.”

देशभर में प्रभु जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाती है. वहीं, ओडिशा के पुरी की यात्रा सबसे बड़ी होती है. ओडिशा के पुरी से शुरू हुई यह जगन्नाथ यात्रा गुंडिचा मंदिर तक जाएगी. यह यात्रा 12 दिनों तक चलेगी. इसका समापन 15 जुलाई को नीलाद्रि विजय के साथ होगा, जब भगवान अपने मूल मंदिर लौटेंगे.

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पुरी में जगन्नाथ मंदिर में रथ यात्रा के दौरान श्री श्री गजपति महाराज द्वारा तीन रथों पर भक्तिपूर्ण माहौल में पारंपरिक चेरा पहनरा अनुष्ठान किया जाएगा.

ओडिशा के पुरी में शुक्रवार को विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान अत्यधिक भीड़ के कारण 300 से ज्यादा श्रद्धालुओं की तबीयत खराब हो गई. इनमें से कई लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. कम से कम 8 श्रद्धालुओं की तबीयत बिगड़ने पर जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया. 

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देश के अलग-अलग राज्यों में निकली भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा की तस्वीरें-
 

बंगाल के दीघा में भगवान जगन्नाथ मंदिर में पहली रथयात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथों के सामने झाड़ू से साफ करने की पवित्र रस्म निभाई. 

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