भाजपा ने संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाने की आलोचना करने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर शनिवार को निशाना साधा. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत के मूल विचार को न समझ पाने के लिए विपक्षी दल की 'इतालवी संस्कृति' जिम्मेदार है. अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अन्य नेताओं ने ‘एक्स' पर खरगे के भाषण की एक क्लिप साझा की, जिसमें वह राजस्थान में अनुच्छेद 370 को हटाने की आलोचना करते हुए भाजपा पर निशाना साध रहे हैं.
अमित शाह ने ‘एक्स' पर कहा कि खरगे ने जो कहा, उसे सुनना ''शर्मनाक'' है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इस पर हर राज्य तथा हर नागरिक का ठीक उसी तरह अधिकार है, जैसे जम्मू-कश्मीर के लोगों का देश के बाकी हिस्सों पर अधिकार है. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस को पता नहीं है कि राजस्थान के कई वीर सपूतों ने कश्मीर में शांति और सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है.
अमित शाह ने कहा, 'लेकिन यह केवल कांग्रेस नेताओं की गलती नहीं है. यह मुख्यत: कांग्रेस पार्टी की इतालवी संस्कृति है, जो भारत के विचार को न समझने के लिए दोषी है. इस तरह के बयान हर देशभक्त नागरिक को चोट पहुंचाते हैं और देश की जनता कांग्रेस को जवाब जरूर देगी.'' शाह ने कहा, 'और कांग्रेस की जानकारी के लिए, यह अनुच्छेद 371 नहीं, बल्कि अनुच्छेद 370 था, जिसे मोदी सरकार ने निरस्त किया था.' गृह मंत्री ने कहा कि हालांकि कांग्रेस से यही उम्मीद की जाती है कि वह ऐसी भयानक गलतियां करेगी. उन्होंने कहा, 'इसके (कांग्रेस) द्वारा की गई ऐसी गलतियां हमारे देश को दशकों से परेशान कर रही हैं.'
जेपी नड्डा ने भी इस मुद्दे को उठाते हुए कांग्रेस की आलोचना की. उन्होंने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'एक और दिन, कांग्रेस का एक और रत्न! खरगे उस विशिष्ट कांग्रेसी मानसिकता को प्रदर्शित करते हैं, जो चाहती थी कि जम्मू-कश्मीर शेष भारत से कटा रहे. उन्हें यह भी नहीं पता कि अनुच्छेद 370 की बात है, 371 की नहीं.''
भाजपा प्रमुख ने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग बना रहेगा और अनुच्छेद 370 को हटाना राष्ट्रीय गौरव एवं भारत की एकता और अखंडता से जुड़ा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ऐसी भावनाओं को कभी नहीं समझेगी.