महिलाएं आज के दौर में किसी से कम नहीं, न ही पीछे हैं लेकिन भीड़ से जो पिछड़ रही हैं उनको साथ लाने की कवायद में अलग-अलग तरीके और अलग-अलग मंचों से चर्चा, संगोष्ठी, सेमिनार के ज़रिए कोशिशें होती रहती हैं.
आंब्रा फाउंडेशन के तत्वावधान में She Speaks कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कोशिश एक ऐसे इकोलॉजी सिस्टम बनाने की है, जो महिलाओं को सशक्त बना सके. सफलता के शिखर पर बैठी उन आवाज़ों को समाज में पहुंचाया जा सके जिनसे आगे बढ़ने की प्रेरणा मिले. वो आवाज़ जिसने समाज के अलग अलग क्षेत्रों में मुकाम हासिल किया. चाहे वो उद्यमी हों, लेखक, कवि, कलाकार हों. सबका एक मंच शी स्पीक्स.
बुधवार को आंब्रा फाउंडेशन की संस्थापिका विनीता बख्शी की अध्यक्षता में शी स्पीक्स के 15वें संस्करण का आयोजन किया गया. इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित इस कार्यक्रम में अनुभव, पुस्तक, कविता और महिलाओं की उद्यमशीलता की सफलता की प्रेरक कहानियों तक शामिल रहीं.
इस मौके पर जम्मू-कश्मीर की रेजिडेंट कमिश्नर रश्मि सिंह, व्यापार एवं कर विभाग के विशेष आयुक्त अजय कुमार बिष्ट, सिडबी के उप महाप्रबंधक सौरभ बाजपेयी, शीरोज की सीईओ सायरी चहल, एक्सेंचर टेक्नोलॉजी के वीपी और मार्केट यूनिट हेड अजय मिश्रा, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के लेखक और प्रोफेसर डॉ. आनंद रंगनाथन, आरवी सॉल्यूशंस की संस्थापक और सीईओ वंदना सेठ मौजूद रहीं.
विनीता बख्शी ने "वूमेन इन अंतरप्रेनर वेंचर्स" कार्यक्रम का संचालन किया. रश्मि सिंह ने पेशेवर क्षेत्र में अपने समृद्ध अनुभव को साझा किया. आंब्रा फाउंडेशन की संस्थापिका विनीता बख्शी ने कहा कि बेहतर कल के लिए विचारों और अनुभव का आदान प्रदान ज़रूरी है.