इंफोसिस के सह-संस्थापक और ऋषि सुनक (Rishi Sunak) के ससुर नारायण मूर्ति (Narayana Murthy) ने दामाद को ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनाए जाने पर पहली बार प्रतिक्रिया व्यक्त की है. नारायण मूर्ति ने कहा, "हमें उन पर गर्व है और मैं उनकी सफलता की कामना करता हूं." 42 वर्षीय सुनक ने रविवार को कंजरवेटिव पार्टी का नेतृत्व करने की दौड़ जीती और अब वह ब्रिटेन के भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार हैं. नारायण मूर्ति ने पहली प्रतिक्रिया में कहा, "ऋषि को बधाई. हमें उन पर गर्व है और हम उनकी सफलता की कामना करते हैं." "हमें विश्वास है कि वह यूनाइटेड किंगडम के लोगों के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे."
एक फार्मासिस्ट मां और डॉक्टर पिता के बेटे, ऋषि सुनक की शिक्षा इंग्लैंड के सबसे प्रसिद्ध स्कूलों में से एक, विनचेस्टर और फिर ऑक्सफोर्ड में हुई थी. उन्होंने गोल्डमैन सैक्स ग्रुप इंक में तीन साल बिताए और बाद में कैलिफोर्निया के स्टैनफोर्ड से एमबीए किया, जहां वह इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से मिले. उन्होंने 2009 में अक्षता से शादी की और दंपति की दो बेटियां, कृष्णा और अनुष्का हैं. बता दें कि बकिंघम पैलेस में महाराजा चार्ल्स तृतीय से मुलाकात के बाद ऋषि सुनक 210 वर्षों में सबसे कम उम्र के ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं . 42 वर्षीय सुनक का जन्म ब्रिटेन के साउथेम्प्टन में एक भारतीय परिवार के यहां हुआ था.
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